नवजागरण सोसाइटी की गोष्ठी में शिक्षा, कृषि, पर्यावरण, सामाजिक समानता पर चर्चा

अरूण रैना। चुवाड़ी

नवजागरण सोसाइटी की प्रथम गोष्ठी जिला चंबा के समोट बाग़ में हुई। जिसमें मुख्य अतिथि प्रदेश के प्रसिद्ध दार्शनिक साहित्यकार पंकज दर्शी रहे। गोष्टी का आगाज मां सरस्वती के दीप प्रज्वलन और वंदना के साथ प्रारंभ हुआ। मुख्य अतिथि को हिमाचल के ताज (टोपी) को पहनाकर सम्मानित किया गया। बैठक में मुख्य चार विषयों पर शिक्षा, कृषि, पर्यावरण सामाजिक समानता पर चर्चा हुई। बैठक में उपस्थित सभी इन प्रबुद्धजनों ने अपने अपने अच्छे विचारों से लोगों को जागरूक किया। पंकज दर्शी ने कहा कि नैतिकता की आधुनिक समय में कमी होती जा रही है।

  • प्रसिद्ध दार्शनिक साहित्यकार पंकज दर्शी रहे मुख्य अतिथि

नैतिकता के अभाव के कारण ही समाज में अनुशासनहीनता दिखाई पड़ रही है, दर्शी ने कहा कि परिवार, समाज, विद्यालय में अनुशासन ही राष्ट्र एवं चरित्र निर्माण करता है। उन्होंने कहा कि समाज के हर शख्स का एक ही उद्देश्य होना चाहिए कि किस तरह समाज का विकास हो। इसके लिए बच्चों की शिक्षा, रोजगार, व्यवसाय, संस्कृति को बेहतर करने की दिशा में प्रयास करना होगा। मंच संचालन का जिम्मा आदरणीय विक्रम कौशल के हवाले रहा। सुनील कुमार ने कहा कि आजकल के युवा अपने पथ से भटक रहे हैं उन्हें सही राह पर लाने के लिए जागरूकता की जरूरत है। कहा कि युवा शक्ति ही देश और समाज की रीढ़ होती है। युवा देश और समाज को नए शिखर पर ले जाते हैं।

युवा देश का वर्तमान हैं, तो भविष्य के सेतु भी हैं। विक्रम कौशल ने कहा कि समाज को बेहतर बनाने और राष्ट्र के निर्माण में सर्वाधिक योगदान युवाओं का ही होता है, युवाओं को सही दिशा में लाने के लिए इस सोसाइटी के माध्यम से युवाओं को जागरुक किया जाएगा जो बच्चे अपने उद्देश्य से भटक कर नशे की ओर जा रहे हैं वह अपना कलात्मक और संस्कारी जीवन जिए। इस बैठक को सफल बनाने के लिए आदरणीय मान सिंह जरियाल, बबलू पठानिया, अमर सिंह, अश्वनी शर्मा, कुलदीप जरियाल, परस राम वर्मा, विजय चंदेल, कुलदीप सिंह, रोशन लाल, प्रभात राणा आदि प्रबुद्धजन उपस्थित रहे। इसे गोष्ठी के आयोजक शाम जरियाल रहे जो युवाओं के प्रेरक है। राष्ट्रीय नवजागरण सोसाइटी प्रदेश के 12 जिलों में इकाई स्थापित करके लोगों को जागरूक करके समाज उत्थान के लिए कार्य करेगी।