उड़ाई जा रहीं सोसिल डिस्टेंसिंग की धज्जियां, वीडियो हुआ वायरल

शैलेश शर्मा। चंबा

विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज की अपने चुनाव क्षेत्र चुराह घाटी के एक गांव में जातर मैले के दौरान सोसिल डिस्टेंसीग की सरे आम धाज्जिया उड़ाई गई। बताते चले कि इस मेले के दौरान सैकड़ों कि संख्या में ग्रामीणों ने प्रशासन के निर्देशों को दरकिनार करते हुए जमकर नाटी डाली। विपक्ष ने इसको लेकर कटाक्ष किया है कि सरकार के बड़े नेताओं का जंहा अपना गढ़ हो वहां उनका भला कोई क्या बिगाड़ सकता है। बताते चलें कि वायरल हुई यह वीडियो लोगों के बीच हंसी का सबब जरूर बन चुकी है।

इन दिनों सोसिल मीडिया पर एक वीडियो ऐसा चर्चित हो रहा है, जिसके चलते प्रदेश भाजपा सरकार की छवी पर कालिख पोत के रख दी है। बताते चलें कि पिछले कल चुराह घाटी के गांव देहरोग में एक जातर मेले का आयोजन हुआ, जिसमें वहां के स्थानीय लोगों द्वारा सोसिल डिस्टेंसिंग की सरे आम धज्जियां उड़ाई गई। इस बारे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और चुराह विधानसभा से पूर्व प्रतियाशी सुरेंदर भरद्वाज ने बताया कि चुराह में जो जातरे हो रही है, उसमें खुद विधानसभा उपाध्यक्ष जी जाते हैं।

उन्होंने कहा कि हमारे चुराह में ऐसे मेले होते ही रहते हैं और अपनी संस्कृति को बचाने इन मेलों को मनाना भी चाहिए, मगर और पिछले कल हुई इस जातर में सैकड़ों के हिसाब से लोग इसमें वहां पहुंचे थे, पर काेराेना के चलते उसमें किसी तरह की कोई सोसिल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं रखा गया था। उन्होंने विधानसभा उप अध्यक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिस ओहदे पर वह बैठे हुए हैं, उनको चाहिए कि वह इस बात का ध्यान रखते हुए लोगों को इस काेराेना के बारे जागरूक करना चाहिए। उन्होंने प्रदेश मुख्यमंत्री से भी इस बात को लेकर निवेदन किया है कि मुख्यमंत्री अपने यहां के विधायक से पूछे की ऐसा वायलेशन आपके क्षेत्र में क्यों हुआ है।

हालंकि यह मुद्दा कांग्रेस के लिए किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं है, पर उनकी इस बात में तो दम है कि काेराेना महामारी के चलते खासकर सोसिल डिस्टेंसिंग का ध्यान जरूर रखा जाना चाहिए। पिछले कल हुई जो वीडियो सोसिल मिडिया पर वायरल हुई थी, उसको लेकर सभी लोग हताश हैं। इसको लेकर कांग्रेस के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष ने इस पर चिंत्ता जताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार काेराेना को लेकर इतना प्रयास कर रही है, तो चुराह घाटी में घटी ऐसी घटना से लोगों के बीच केसा संदेश जाता होगा।

इन्होंने कहा कि जिन नेताओं को हम लोग अपना आदर्श मानते हैं, तो ऐसे में इनके ऊपर कोई कानून लागू नहीं होता है। उन्होंने कहा कि इस तरह से हमे इनका पालन करना चाहिए, जहां तक ग्रामीण क्षेत्रों में जातरो के आयोजन की बात है, वह तो होती ही रहेंगी, पर आज जिस तरह से यह समय चला हुआ है, इसमें हमे सबको मिलजुलकर काम करने की जरूरत है।