नूरपुर का नाम बदलने की हर वर्ग में हो रही है चर्चा

राजनीतिक और आम जनता में चर्चाओं का बाजार गर्म

भूषण शर्मा। नूरपुर

नूरपुर में वन मंत्री राकेश पठानिया ने एक सभा मे नूरपुर का नाम बदलकर वीरपुर रखने की बात कही थी, जिससे उसी दिन से इस चर्चा पर अलग-अलग लोगों द्वारा चर्चा की जा रही है। स्थानीय निवासी सन्नी नागर ने कहा कि बहुत अच्छी पहल है कि नूरपूर को वीरपुर के नाम से जाना जाए। क्योंकि यह वीरों की धरती है और हमारे वीर पुरुष शिरोमणि वजीर राम सिंह पठानिया को सभी जानते हैं। हमारे कितने ही वीर पुरुषों ने इस धरती को अपने लहू से सींचा है।

हमारे यूपी के सीएम योगी ने जो पुराने आक्रमणकारियों द्वारा हमारी हिन्दू सांस्कृतिक का बदलाव हो गया था या नष्ट किया गया था, उसे दोबारा हिन्दू सांस्कृतिक ही लागू किया गया है। उसी तरह नूरपुर का नाम बदल कर वीरपुर रखना एक अच्छी बात है। समाजसेवी सुदर्शन शर्मा ने कहा कि नूरपुर एक एतिहासिक शहर है। इस शहर का इतिहास देखा जाए, तो नूरपुर ने हिंदोस्तान के प्रथम चीफ जस्टिस मेहर चंद महाजन को दिया है।

नूरपुर का नाम हिंदोस्थान की आजादी से जुड़ा हुआ है,1857 से पहले प्रथम स्वतंत्रता सेनानी वजीर राम सिंह पठानिया का नाम जुड़ा है। नूरपूर का नाम बदलना हमारी समझ से बाहर है। नूरपुर का नाम किस राजनीति के कारण बदला जा रहा है। इसका नाम बदलने के वजाए अगर नूरपुर का नूर वापस लाया जाए, तो बह इस शहर की पहचान बढ़ा सकता है। क्योंकि आज नूरपुर हिमाचल के कई शहरों से पीछे छुटता जा रहा है।