कृषि विश्वविद्यालय में संरक्षित खेती पर होगा उत्कृष्टता केंद्र : डॉ. वत्स

इजरायल की उच्च स्तरीय टीम ने किया विश्वविद्यालय का दौरा

उज्जवल हिमाचल। पालमपुर

इंडो इजराइल प्रोजेक्ट के तहत चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय में संरक्षित खेती पर उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जाएगा। कुलपति डॉ. डीके वत्स और नई दिल्ली में इज़राइल दूतावास में कृषि अताशे (सहयोगी अधिकारी) उरी रूबिनस्टीन के बीच कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में हुई एक बैठक में यह निर्णय लिया गया। कुलपति ने बताया कि रुबिनस्टीन के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय टीम ने विश्वविद्यालय का दौरा किया। वे विश्वविद्यालय में हाई-टेक पॉली हाउस, हाइड्रोपोनिक यूनिट और सब्जी ग्राफ्टिंग यूनिट देखकर बेहद प्रभावित हुए।

यात्रा के दौरान डॉ. वत्स, अनुसंधान निदेशक डॉ. एसके उपाध्याय और प्रोफेसर परवीन शर्मा ने सब्जी फसलों की संरक्षित खेती और सब्जी ग्राफ्टिंग में विश्वविद्यालय की प्रगति का एक सिंहावलोकन उन्हें प्रदान किया। रुबिनस्टीन और उनकी टीम ने संरक्षित संरचनाओं की जांच की और संरक्षित खेती पर शोध और खीरा, पार्थेनोकार्पिक खीरे, टमाटर, चेरी टमाटर और सब्जी ग्राफ्टिंग के साथ चल रहे प्रयोगों की प्रशंसा की।

इजरायली टीम ने सब्जी विज्ञान में उत्कृष्ट कार्य की सराहना की। रुबिनस्टीन ने कहा कि जैसा कि कुलपति द्वारा प्रस्तावित किया गया है, संरक्षित खेती पर उत्कृष्टता का एक केंद्र स्थापित किया जाएगा क्योंकि पहले से ही विभिन्न फलों और सब्जियों की फसलों से संबंधित इंडो इज़राइल कृषि परियोजना के तहत 14 भारतीय राज्यों में 32 उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए गए हैं।

ब्यूरो रिपोर्ट पालमपुर

हिमाचल प्रदेश की ताजातरीन खबरें देखने के लिए उज्जवल हिमाचल के फेसबुक पेज को फॉलो करें

Please share your thoughts...