मुख्य सचिव ने पीएचसी चकमोह एमओयू हेतु दिए कार्यवाही आदेश

वंदना कुमारी के पत्र को स्वास्थ्य सचिव व स्वास्थ्य निदेशक को भेजा
एसके शर्मा। हमीरपुर
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चकमोह की भूमि के एमओयू आचार संहिता खत्म होते ही हस्ताक्षरित करवाने के मामले में कार्यवाही हेतु अब प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव  अनिल खाची पुन: हरकत में आ गए हैं। इसी मामले में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के द्वारा दो दिन पहले हुई कार्यवाही के बाद कार्यालयों ने चकमोह वंदना  के पत्र का संज्ञान लेतेहुए शीघ्र समुचित कार्यवाही के आदेश प्रदेश स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी और निदेशक, स्वास्थ्य विभाग को जारी किए हैं । प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चकमोह की भूमि और भवन के उपयोग की पूर्ण आज्ञा बाबा बालक नाथ ट्रस्ट के साथ एमओयू के माध्यम से बनवाने हेतु शीघ्र कार्यवाही हेतु स्वास्थ्य विभाग को मुख्य सचिव ने ये आदेश दिए हैं ताकि ग्रामीणों की समस्या शीघ्र हल की जा सके ।

चुनावों के बहिष्कार और 35 प्रत्याशियों के नामांकन वापसी की मुख्य वजह बताए जा रहे इस मामले के कारण चकमोह में 27.25 प्रतिशत वोटिंग हुई थी और वंदना कुमारी को इसके चलते काफी नुकसान उठाना पड़ा जबकि इस मामले में उन्होने सीधे मुख्यमंत्री से 9 जनवरी को धर्मशाला में भेंट करके और प्रदेश मुख्य सचिव के माध्यम से 8 जनवरी को स्वास्थ्य विभाग व ग्रामीण विकास विभाग को कार्यवाही आदेश दिलवाए थे जिसके बाद जिलाधीश कार्यालय में 12 जनवरी को इस मामले में अहम बैठक भी आयोजित हुई थी लेकिन आचार संहिता के चलते प्रशासन एमओयू साईन नहीं कर पाया और बाबा बालक नाथ ट्रस्ट की ओर से जिलाधीश हमीरपुर और स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुख्य चिकित्सा अधिकारी के मध्य एमओयू बनवाने की प्रक्रिया अब तेज़ हो गई है । मुख्य सचिव का इसी माह में दो बार इस मामले पर कार्यवाही करना अब स्वास्थ्य विभाग को सक्रियता बढ़ाने के लिए संकेत दे रहा है जबकि जिला प्रशासन भी इस बारे में अब सजग हो चुका है ।