चिराग और ऋषि बने सेना में लैफ्टिनेंट

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

देहरादून में शनिवार को आयोजित पास आउट परेड में मंडी जिला के सरकाघाट और सुंदरनगर के निहरी क्षेत्र के युवाओ ने सेना में लैफ्टिनेंट बनकर जिला का नाम प्रदेश में ही नहीं देशभर में रोशन किया है। जिला के सरकाघाट उपमंडल की भद्रवाड़ पंचायत के डंगार गांव के चिराग गुलेरिया ने सेना में लैफ्टिनेंट बनकर माता-पिता के साथ-साथ इलाके का नाम भी रोशन किया है। चिराग गुलेरिया ने प्रारंभिक शिक्षा डंगार कालर सरकारी स्कूल से ली और जमा दो सैनिक स्कूल सुजानपुर टीहरा से ए ग्रेड में उत्तीर्ण की। इसके उपरांत चिराग ने एसएसबी की परीक्षा पहली बार में ही पास कर ली। उन्हें सैनिक स्कूल में आलराऊंड छात्र बनने का गौरव हासिल है। चिराग गुलेरिया की माता प्रोमिला देवी साइंस टीचर हैं व पिता राजकुमार गुलेरिया मंडप स्कूल में कॉमर्स के प्रवक्ता हैं। चिराग के दादा भूप सिंह भी शिक्षक रिटायर हुए हैं व दादी कमला देवी गृहिणी हैं। जबकि उनका बड़ा भाई गौरव अभी पढाई कर रहा है।

निहरी के ऋषि ने भी बढ़ाया मंडी का नाम..
उपमंडल सुंदरनगर के निहरी के पंडार गांव के ऋषि कुमार पुत्र गंगा राम ने भी सेना में लैफ्टिनेंट बनकर प्रदेश का नाम रोशन किया है। ऋषि कुमार एक किसान परिवार से सबंध रखता हैं। ऋषि कुमार ने कहा कि उन्होंने राजकीय प्राथमिक पाठशाला बरौहकडी, उच्च पाठशाला झुंगी और वरिष्ठ माध्यमिक शिक्षा निहरी से शिक्षा प्राप्त की और बल्लभ कॉलेज मंडी में बीए की पढाई शुरू की। लेकिन बीच में पढाई छोड़ दी और आर्मी की भर्ती दे सेना में भर्ती हुए। इसी दौरान उन्होंने पढाई जारी रखी और एनडीए की परीक्षा उत्तीर्ण की और अब सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं। ऋषि ने कहा कि वह बचपन से सेना के बड़े अधिकारी बन देश सेवा करना चाहते थे और यह सपना आज साकार हुआ है। उन्होंने इस कामयाबी के पीछे माता-पिता का अहम योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि यंत्रीकृत पैदल सेना में आज से सेवा देने जा रहे है।