स्वच्छता अभियान के सरवरी नाले की सफाई

शकुंतला ठाकुर। कुल्लू

आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश होने पर पूरे प्रदेश में आज से स्वच्छ हिमाचल अभियान चलाया जा रहा है जो 15 अगस्त तक चलेगा। इस सम्बंध में आज नगर परिषद कुल्लू के अंतर्गत सरवरी नाले से स्वच्छता अभियान की शुरूआत की गई। इस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त शिवम प्रताप सिंह ने भी स्वयं स्वच्छता अभियान में भाग लेते हुए नगर परिषद कुल्लू के सफाई कर्मियों, स्वच्छता दूत तथा विभिन्न महिला मंडलों, युवक मंडलों तथा सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं ने मिलकर सरवरी नाले के किनारे पड़े सूखे तथा गीले कूड़ा-कचरे सहित प्लास्टिक बोतलों को एकत्रित किया गया। अभियान के पहले दिन नगर परिषद कुल्लू के तहत शीतला माता मंदिर से लेकर भूतनाथ पुल तक सरवरी नाले के दोनों ओर पड़े कूड़े-कचरे को एकत्रित किया गया।

अतिरिक्त उपायुक्त श्विम प्रताप सिंह ने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जिला को पूर्णतया स्वच्छ व सुंदर बनाना है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता सप्ताह पूरे प्रदेश में 9 अगस्त से 15 अगस्त तक मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोग इसे मिशन मोड में शुरू कर अपने जीवन का एक अभिन्न अंग बनाकर आगे भी जारी रखें ताकि पर्यावरण को स्वच्छ रखने के साथ चारों ओर स्वच्छ वातावरण का माहौल बनाया जा सके। उन्होंने कहा स्वच्छता अभियान के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने के लिए लोगों को आगामी जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सम्मानित भी किया जाएगा। स्वच्छता का प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य से अटूट सम्बंध है तथा स्वच्छता को अपनाकर हम नीरोग तथा स्वस्थ रहकर खुशहाल जीवन जी सकते हैं।

उन्होंने कहा कि स्वच्छता का यह अभियान पूरे जिला में चलाया जा रहा है तथा इस दौरान प्रत्येक नगर परिषद तथा नगर पंचायत अपने-2 क्षेत्र में महिला मंडलों, युवक मंडलों, स्वयं सहायता समूहों तथा स्थानीय एनजीओज के माध्यम से स्वच्छता अभियान को मिशन मोड में चलाया गया है तथा लोगों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक कर रहे हैं। सभी सरकारी कार्यालय भी अपने-2 स्तर पर कार्यालय परिसरों की सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित कर रहे हैं।

अभियान के दौरान लोगों का स्वच्छता की महत्ता बताने के साथ-साथ उन्हें सूखा तथा गीला कूड़ा-कचरा अलग-2 करने बारे भी जागरूक किया जा रहा है। लोग स्वच्छता के प्रति अधिक सजग तथा जागरूक बनें, इसके लिए स्वच्छता शपथ भी दिलाई जा रही है। अभियान के दौरान वन क्षेत्रों, सड़कों के आस-पास, नदी-नालों तथा पेयजल स्त्रोतों, पेयजल योजनाओं के आस-पास स्वच्छता को लेकर कूड़े-कचरे को एकत्रित किया जाएगा। स्कूलों में स्वच्छता पर आधारित पेंटिंग तथा भाषण प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी तथा गांव-गांव में बच्चों के माध्यम से स्वच्छता के संदेश को पहुंचाया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग स्वच्छता के प्रति जागरूक हो सकें