हिमाचल : स्वच्छता के दावे सिफर, नगर परिषद बेफिक्र

उज्जवल हिमाचल।  कांगड़ा 

कांगड़ा के मुख्य द्वार के चौंक से कुछ ही दूरी पर बना शौचालय नगर परिषद कांगड़ा की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है। जब से यह शौचालय यहां पर बने हैं तब से लेकर आज तक इन शौचालयों की हालत बद से बदतर ही नजर आती है। स्वच्छता के दावे कहीं ना कहीं खोखले नजर आ रहे हैं।

गौरतलब है कि शौचालय के सामने सयुक्त कार्यालय परिसर है जहां पर रोजाना आला अधिकारियों की आवाजाही रहती है, लेकिन शौचालय की स्थिति बद से बदतर बनी हुई है। यह बड़ा चिंता का विषय है। ना तो आला अधिकारियों को यह गंदगी भरे शौचालय नजर आते हैं और ना ही नगर परिषद कांगड़ा इस ओर कोई ध्यान देता है । जी हां आपको बता दें इन्हीं शौचालय के साथ यात्री अपनी बसों का इंतजार करने के लिए खड़े होते हैं क्योंकि यहां पर बस ठहरा भी है और साथ ही यहां पर व्यवसाय करने वाले और खरीदारों का खड़ा होना भी दुश्वार हो गया है। स्वच्छ भारत की बाते की जाती है लेकिन यह शब्द यहां पर खोखले साबित होते है। तहसील चौक में बस ठहराव के सामने मात्र यह एक ही शौचालय हैं जिसका इस्तेमाल लोगों को मजबूरी पर करना पड़ता है। यहां शौच करने आए सभी अपने घरों को भयंकर बीमारियां लेकर जा रहे हैं।


जिला शिकायत निवारण कमेटी कांगड़ा के सदस्य सतीश कुमार चौधरी, संजय कुमार , भारत भूषण, रमेश, सुरेंद्र, अवतार, संजीव, राजीव, पंकज, मधुसूदन, सुशील, नरेंद्र, बलवीर, संजीव, रमेश, संजय व  अन्य लोगों ने नगर परिषद कांगड़ा के स्थानीय प्रशासन से मांग की है कि इन शौचालयों को सुचारू रूप से साफ किया जाए और आसपास फैली हुई गंदगी का भी समाधान किया जाए।

एसडीएम अभिषेक वर्मा ने कहा कि नगर परिषद को शौचालयों की साफ सफाई करने के आदेश दिए जायेगे ताकि लोगों को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो।

इस बाबत बात करने पर नगर परिषद अध्यक्ष रेणु शर्मा ने कहा कि जल्द से जल्द शौचालय में सफाई कर व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा।