उज्जवल हिमाचल। शिमला
हिमाचल के कोरोना मरीजों के लिए होम आइसोलेशन किट लांच की गई है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला के राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ से इस किट का शुभारंभ किया व विभिन्न जगहों के लिए कोरोना किट की गाडिय़ों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। होम आइसोलेशन किट में काढ़ा, च्यवनप्राश, जि़ंक, मल्टी विटामिन, विटामिन सी जैसी औषधियां है। आयुष व स्वास्थ्य विभाग के सयुंक्त प्रयास से ये किट बनाई गई है। हिमाचल में अस्पतालों से कई गुणा मरीज घरों में है। उन मरीज़ों के लिए ये किट दी जाएगी। ई संजीवनी व कोविड केयर एप्स कार्यक्रम का भी आज शुभारंभ किया गया। ई संजीवनी स्पेशल ओपीडी के माध्यम से एम्स बिलासपुर के 70 डॉक्टर भी कोरोना में अपना सहयोग देंगे। केंद्रीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम से जुड़े।
18 लाख से ज़्यादा टेस्ट हुए अब तक
इस मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि कोरोना का शुरुआती दौर जब आया तो देश व प्रदेश में इससे लडऩे के लिए ज़रूरी सुविधाएं नही थी। हिमाचल में पहला मामला जब आया तो तीन दिन बाद कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। लेकिन एक साल बाद हिमाचल के अस्पतालों के मूलभूत सुविधाओं में काफ़ी वृद्धि हुई है। आज 18 लाख से ज़्यादा टेस्ट हिमाचल में हो चुके हैं। 1 लाख 75 हज़ार 384 अभी तक के कुल मामलों में 1 लाख 16 हज़ार मामले दूसरी लहर में सामने आए। यानी कि दूसरी लहर बड़ी तेजी से बढ़ी। केंद्र से हिमाचल को हर संभव मदद मिली। हिमाचल प्रदेश ने कोरोना से लडऩे के लिए युद्ध स्तर तक तैयारियां की। आज ऐसा कोई कोरोना मरीज़ जिसको अस्पताल में बेड न मिला हो। सरकार 5 हजार बेड तक क्षमता बढ़ाने की दिशा में आगे बढ़ रही है। राधा स्वामी सत्संग व्यास ने इसमें बहुत बड़ा सहयोग दिया। 2800 डी टाइप सिलिंडर को 6 हज़ार तक बढ़ाया है। ऑक्सीजन व वेंटिलेटर की कमी नही है। पिछले साल हिमाचल के अस्पतालों में सिफऱ् 50 कार्यशील वेंटिलेटर थे जो बढक़र अब 700 हो गए हैं। जिनमें से 450 वेंटिलेटर काम कर रहे है। हिमाचल को अब 15 मीट्रिक टन की जगह 30 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिल रही है। 10 मीट्रिक टन की अतिरिक्त मांग केंद्र से की गई है। इन नए कार्यक्रमों के माध्यम का मुख्य मकसद सीधा कोरोना मरीजों से जुडक़र उनकी सहायता करना है।