उज्जवल हिमाचल। शिमला
विधानसभा का शीतकालीन सत्र रद होने के बाद विपक्ष के आरोपों पर सरकार ने जवाब दिया है। विपक्ष का आरोप है कि सत्र रद्द करके सरकार सवालों से बचना चाहती है। वहीं इस पर पलटवार करते हुए हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष हर स्तर पर केवल राजनीति ही करना चाहता है। जयराम ठाकुर ने दो टूक शब्दों में कहा कि प्रदेश की जनता के स्वास्थ्य का ख्याल रखना प्रदेश भाजपा सरकार का प्रथम कर्तव्य है जिसके लिए वह तत्परता से कार्य कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि भाजपा सरकार को सत्र नहीं करवाना होता तो वह हिमाचल प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र नोटिफिकेशन ही नहीं करते।
विपक्ष तो केवल हर मुद्दे पर राजनीति ही चाहता है। उन्होंने कहा कि यह वही नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री हैं, जिन्होंने मानसून सत्र के दौरान नियम 67 के तहत विधान सभा के सभा पटल पर स्थगन प्रस्ताव के चलते कोरोना मामले पर चर्चा मांगी और इतिहास में पहली बार हुआ कि सदन शुरू होने से पहले ही प्रदेश सरकार ने चर्चा की अनुमति दे दी परंतु विपक्ष यह तय नहीं कर पाया कि आखिर चर्चा का प्रारंभ करे कौन । विपक्ष केवल दलगत राजनीति ही करना चाहता है, जिसे करने में भी वह कहीं ना कहीं असमर्थ दिख रही है । मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष यह बताएं कि कांग्रेस शासित प्रदेशों में कहां हो रहा है विधानसभा का सत्र। हिमाचल प्रदेश में तो फिर भी 10 दिन का बुलाया गया था मानसून सत्र। लोकसभा सत्र को भी स्थगित कर दिया गया तो क्या फिर हिमाचल प्रदेश भारत के अन्य हिस्सों से अलग है क्या। मुख्यमंत्री ने विपक्ष से पूछा कि वह बताएं कि क्या पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सत्र हुआ है।