करुणामूलक आधार पर नौकरियों में सरकार की कार्यप्रणाली चिंताजनक: डॉ. संजीव गुलेरिया

भूषण शर्मा। नूरपुर
सरकारी विभाग में सेवारत कर्मचारी माता/ पिता, की आकस्मिक निधन पर उन के परिवार के किसी एक सदस्य को रोजगार/नौकरी मिलने का प्रावधान है। डाक्टर संजीव गुलेरीया प्रदेशाध्यक्ष न्यू पेंशन स्कीम रिटायर्ड कर्मचारी अधिकारी महासंघ हिमाचल प्रदेश ने कहा कि जिस परिवार में मुखिया का देहांत हो जाए उस परिवार के भरण-पोषण के लाले पड़ जाते हैं। उपर से सरकार (कांग्रेस भाजपा सरकारों) ने करुणामूलक आधार पर नियुक्ति में इतने व्यवधान/अवरोध फिजूल के लगा दिए हैं कि प्रार्थी दफ्तरों के चक्र लगा कर ही जमा-पूंजी आधी खर्च कर देता है। करुणामूलक संगठन का संघर्ष लगातार छह 6 दिन से जारी है, लेकिन जयराम सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी अभी तक। जो कि पीडि़त परिवारों के सदस्यों के साथ बेइंसाफी है। न्यू पेंशन स्कीम रिटायर्ड कर्मचारी अधिकारी महासंघ हिमाचल प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजीव गुलेरिया ने सरकार से आग्रह किया कि सरकार को तुरंत प्रभाव से करुणामूलक आश्रितों को नौकरी उपलब्ध करवानी चाहिए, क्योंकि ये लोग माता पिता के निधन उपरांत रिक्त पद पर ही अपनी शैक्षणिक योग्यता आधार पर नौकरी के पात्र होंगे। डॉ. संजीव गुलेरिया ने कहा कि सरकार को करुणामूलक नियुक्ति पर पात्र बच्चों पर वेवजह अड़ंगा नहीं डालना चाहिए। न्यू पेंशन स्कीम रिटायर्ड कर्मचारी अधिकारी महासंघ हिमाचल प्रदेश सरकार के इन तुगलकी फरमानों की निंदा करता है।