सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के हालात बद से बदतर

सुरिंद्र सिंह साेनी। नालागढ़

हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन का एकमात्र समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नालागढ़ प्रशासन और सरकार की अनदेखी के चलते दिन-प्रतिदिन इसकी हालत बत्तर होती जा रही है, जिसका जीता जागता उदाहरण अस्पताल में बनी लैबोरेट्री के कमरे को देखकर इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। बता दें कि अस्पताल की एसएलआर लैबोरेटरी की हालत पूरी तरह से खस्ता हो चुकी है। बरसातों के दिनों में लैबोरेट्री की छत से पानी टपकना शुरू हो जाता है, जिसके कारण लैबोरेटरी में बिजली के उपकरणों और दीवारों में करंट फैल जाता है, जिससे कई बार छोटे-मोटे हादसे भी हो चुके हैं।

वहीं, लोगों का कहना है कि उनके द्वारा इसकी शिकायत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1100 पर भी कई बार की गई है, लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ है, जिसके चलते अस्पताल में आने वाले मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बरसात के दिनों मे बारिश के दौरान अस्पताल में जगह-जगह पानी भर जाता है और इस बार तो पानी अस्पताल में डॉक्टरों के कमरे तक भी जा घुसा था, जिसके बाद भी न तो सरकार ने और न ही प्रशासन ने इस पर कोई कार्रवाई की है।

वहीं, लैब में कार्यरत कर्मचारियों का कहना है कि उनके द्वारा कई बार स्वास्थ्य विभाग को इस बारे में अवगत करवाया गया है, मगर आज दिन तक इस पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है, जिसके कारण आए दिन यहां पर कोई न कोई हादसा होता ही रहता है। कर्मचारियों ने बताया कि कुछ समय पहले पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा भी इसका एस्टीमेट बनाया गया था, मगर आज दिन तक लैब का कोई भी कार्य शुरू नहीं हुआ है। जब इस बारे में पीडब्ल्यूडी के एसडीओ राजकुमार से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि नालागढ़ अस्पताल के लैब और ओपीडी की रिपेयर के लिए एस्टीमेट बनाकर विभाग को भेज दिया गया है। जैसे ही विभाग से पैसा मंजूर हो जाएगा। इसकी रिपेयर करवा दी जाएगी।