कांग्रेस ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर लगाया भगवाकरण का आरोप

विश्वविद्यालय में की जा रही अपात्र लोगों की भर्ती, राज्यपाल ले संज्ञान

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। शिमला

 

कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय पर अपात्र लोगों की भर्ती का आरोप लगाया है। बीजेपी राज में हुई भर्तियों में संगठन के अयोग्य लोगों को भर्ती किया जा रहा है। कांग्रेस ने पिछले कुछ समय से प्रदेश विश्वविद्यालय में हुई भर्तियों पर संज्ञान लेकर जांच करने की मांग की है।

राठौर ने कहा कि पिछले वर्ष कांग्रेस पूरी तरह सक्रिय रही और कोरोना में लोगों को जागरूक कर मदद का प्रयास किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जान की परवाह किए बगैर जनहित के मुद्दों को सड़को पर उतरे। सकारात्मक विपक्ष का दायित्व निभाते हुए सामाजिक कार्यक्रम प्रदेश में चलाए गए। उन्होंने कहा कि दस्तावेजों के साथ पंचायत चुनाव में रोस्टर को लेकर हुई धांधली को मीडिया के सामने आया जाएगा। कांग्रेस में तमाम कमेटियों का गठन कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पंचायत चुनाव के बाद नए जोश के साथ मैदान में उतरेगी।

राठौर ने कहा कि बीजेपी शासन में कई अनियमितताएं हुई है। प्रदेश विश्वविद्यालय में नियुक्तियों का दौर चला है। महामारी के दौरान पिछले दरवाजे से नियुक्तियां की जा रही है। यूजीसी के दिसनिर्देशों का पालन नही हो रही है। प्रोफेसर, सहायक प्रोफेसर में। सोशियोलॉजी व अर्थशास्त्र में स्क्रीनिंग कमेटियों में रिटायर लोगों को शामिल किया गया है जो बहुत बड़ा घोटाला है। इसकी जांच की जानी चाहिए। कुछ अन्य भर्तीयों में अपात्र लोगों को एसोसिएट प्रोफेसर बना दिया गया है। प्रशासन ने साक्षत्कार के दौरान ही नियुक्ति पत्र दे दिए गए हैं। ऐसे शिक्षक जो निजी संस्थानों में कार्यरत थे उन्हें पूर्व सेवाओं का लाभ दिया गया।


कांग्रेस ने वीसी पर विश्वविद्यालय का भगवाकरण करने का आरोप लगाया है और राज्यपाल को इस पर संज्ञान लेने की मांग की है। कांग्रेस जब सता में आएगी तो इस पर जांच बैठाई जाएगी और सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने चांसलर (राज्यपाल) जितनी भी अतीत में नियुक्तियां हुई है उस की जांच की जानी चाहिए।