विद्यालय के समुचित विकास में प्रबंधन समितियों का योगदान महत्वपूर्ण : जेपी ठाकुर

तलविन्दर सिंह। बनीखेत

शिक्षा खंड बनीखेत के अंतर्गत सभी स्कूलों की प्रबंधन समितियों के लिए एक दिवसीय खंड स्तरीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन बीआरसीसी कार्यालय बनीखेत द्वारा किया गया। कोविड़ दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करते हुए आयोजित इस कार्यशाला में शिक्षा खंड बनीखेत के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों, उच्च विद्यालयों तथा माध्यमिक विद्यालयों के लगभग 80 अभिभावकों ने भाग लिया। शिविर में प्रबंधन समिति सदस्यों को प्रशिक्षण दिया गया तथा नई शिक्षा नीति पर चर्चा भी की गई। कार्यशाला का शुभारंभ खंड परियोजना अधिकारी जेपी ठाकुर द्वारा द्वीप प्रज्वलित करके किया गया। जेपी ठाकुर द्वारा कार्यशाला में मौजूद समस्त प्रबंधन समिति सदस्यों का स्वागत व अभिनंदन किया गया। उन्होंने वर्तमान संदर्भ में प्रबंधन समिति के महत्व पर जानकारी दी।

इसके पश्चात बीआरसीसी सुरेंद्र ठाकुर द्वारा प्रबंधन समिति प्रशिक्षण की जानकारी उपस्थित सदस्यों को दी गई। उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान विद्यालयों में शैक्षणिक व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी प्रबंधन समितियों के प्रयासों की सराहना की। कार्यशाला के प्रथम सत्र में स्त्रोत व्यक्ति नीरज भारद्वाज द्वारा विद्यालय प्रबंधन समिति का गठन संरचना तथा विद्यालय विकास में इसकी भूमिका पर उपस्थित सदस्यों के साथ विस्तृत चर्चा की गई। इस दौरान प्रबंधन समिति सदस्यों द्वारा वर्तमान समय में विद्यालयों में आ रही समस्याओं को भी उजागर किया गया, जिस पर स्त्रोत व्यक्ति तथा उपस्थित प्रबंधन समिति सदस्यों के बीच सार्थक चर्चा हुई।

मध्याह्न भोजन के उपरांत स्रोत व्यक्ति राजेश शर्मा द्वारा प्रबंधन समिति सदस्यों के साथ विद्यालय प्रबंधन समिति की आवश्यकता तथा नई शिक्षा नीति मैं विद्यालय प्रबंधन समिति की भूमिका पर विस्तृत चर्चा की गई। इसके उपरांत नई शिक्षा नीति का प्रारूप उपस्थित सदस्यों को प्रदान किया गया। कार्यशाला के अंतिम सत्र में बीआरसीसी सुरेंद्र ठाकुर द्वारा कोरोना महामारी के दौरान विद्यालयों में ऑनलाइन माध्यम से आयोजित विभिन्न परीक्षाओं तथा प्रतियोगिताओं मैं प्रबंधन समितियों तथा अभिभावकों द्वारा दिए गए योगदान के लिए आभार व्यक्त किया गया।

साथ ही उन्होंने शिक्षा खंड बनीखेत के विभिन्न स्कूलों के प्रदर्शन के आधार पर उनकी रैंकिंग भी प्रबंधन समिति सदस्यों के साथ साझा की। उन्होंने कार्यशाला के अंतिम सत्र में सर्व शिक्षा अभियान तथा राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अंतर्गत विद्यालयों को प्रदान की जा रही धनराशि तथा उसके सही उपयोग के बारे में एसएमसी सदस्यों के साथ चर्चा की।