कोरोना न्यू स्ट्रेन : मुंह में दिख रहे हैं ये नए लक्षण

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

कोरोना महामारी की दूसरी बड़ी लहर से देश में हड़कंप मचा है। इस बार कोरोना के लक्षण भी बदले हैं, जहां पहले से ही कोरोना पीडि़त लोगों को स्वाद, खुशबू की पहचान करने में दिक्कतें आ रही थीं, वहीं अब नए लक्षणों में मुंह के भीतर कई अन्य तरह के लक्षण दिखने की बात कही गई है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, कोरोना वायरस शरीर के बाकी अंगों की तरह मुंह को भी प्रभावित कर रहा है। नए लक्षणों में मुंह का बार-बार सूखना, घाव होना, जीभ पर जलन आदि शामिल हैं। ये रिसर्च किया नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ने इसे नेचर मेडिसिन में प्रकाशित किया गया है। इसके नतीजों में कहा गया है कि आधे से अधिक कोविड मरीजों में ओरल लक्षण दिखे। सूखा मुंह या सूखे होंठ अब कोविड के लक्षणों में शामिल हैं। हालांकि इसे कई वायरल इन्फेक्शन से जोड़कर देखा जाता है पर अब कोविड के मरीजों में भी ये आम है।

मुंह सूखने का सीधा मतलब है कि मुंह को लार बनाने में काफी परेशानी हो रहा है और ये सीधा पाचन से जुड़ा मामला है। इसके अलावा कोविड मरीजों के मुंह में जख्म या दर्द वाले दानों की शिकायत देखी जा रही है। इसके अलावा इन्हें जीभ के ऊपरी हिस्से में जलन या असहजता महसूस हो रही है। वहीं, जीभ के रंग में बदलाव देखा जा रहा है। इसके पहले के अध्ययन में कहा गया था कि कोरोना से पीडि़त हो रहे लोगों को इस बीमारी का दीर्घकालिक प्रभाव देखने को मिल रहा है. संक्रमण के कई महीनों के बाद भी लोगों में लक्षण पूरी तरह से खत्म नहीं हो रहे हैं। दीर्घकालिक प्रभावों में सूंघने की शक्ति और स्वाद की पहचान, थकान जैसे लक्षण शामिल हैं। इस अध्ययन के नतीजों को जेएएमए पत्रिका में प्रकाशित किया गया था। शोध किया था स्वीडन के डैंडरीड हॉस्पिटल और कारोलिंस्का इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने अध्ययन की प्रमुख शोधकर्ता चार्लोट थालिन ने कहा, “कोरोना के मरीजों में लंबे समय के बाद भी थकान और सांस संबंधी समस्याएं पाई गईं हैं। नए लक्षणों को लेकर सचेत रहने की आवश्यकता है।