कंट्रोल रूम पहुंची कोविशील्ड, अलग-अलग सेंटर में भेजा गया

प्रदेश में 41 हजार लोगों को लगेगा टीका 

उज्जवल हिमाचल। शिमला

कोविशील्ड की कोरोना वैक्सीन वीरवार शाम को चंडीगढ़ से वाया रोड हिमाचल प्रदेश पहुंची। राष्ट्रीय टीकाकरण वाहन में 8 डिब्बों में 93 हजार वैक्सीन की डोज स्वास्थ्य निदेशालय कुसुम्पटी (परिमहल) लाई गई। इसके बाद रात 8 बजे वैक्सीन के डिब्बों में डिस्पैच नंबर लगाकर सूबे के अन्य सेंटरों मंडी और धर्मशाला को भेज दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने शिमला के परिमहल में कंट्रोल रूम बनाया गया है। सेंटर में तैनात टीमों को हर घंटे रिपोर्ट देने को कहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने वीरवार को मोहाली से दोपहर बाद करीब 3 बजे वैक्सीन रिसीव की। वातानुकूलित एंबुलेंस से वैक्सीन प्रदेश में पहुंची। एंबुलेंस के बाहर जालियां लगी थीं, जबकि अंदर कोल्ड डिब्बो में वैक्सीन थी। एहतियात के साथ वैक्सीन स्टोर की गई। जिलों के लिए भेजी वैक्सीन को लेकर सभी सीएमओ को सूचित कर दिया है।

 

16 जनवरी सुबह 9 बजे से 27 सेंटरों में वैक्सीन लगाने का काम चलेगा। 17 जनवरी से 46 सेंटरों में वैक्सीन दी जाएगी। प्रदेश में 41 हजार लोगों को पहले टीका लगेगा। इनमें डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी, नर्सें, सफाई कर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा वर्कर्स शामिल हैं। पहला चरण करीब 10 दिन तक चलेगा। एक टीका लगने के बाद दूसरा टीका 28 दिन बाद लगेगा। 42 दिन तक एहतियात बरतनी होगी। इसके बाद ही एंटीबॉडी बनना शुरू होंगे। करीब 5 हजार स्वास्थ्य कर्मी इस टीकाकारण को पूरा करवाएंगे। राष्ट्रीय स्वास्थ मिशन(एनएचएम )हिमाचल के निदेशक डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि रात को शिमला से वैक्सीन प्रदेश के विभिन्न सेंटरों को रवाना कर दी है। 16 जनवरी को सुबह 9 बजे से वैक्सिनेशन शुरू होगी। परिमहल में कोरोना वैक्सीन का कंट्रोल रहेगा।

वैैक्सीन के शिमला पहुंचने के बाद इसे जिले के अन्य भागों में शुक्रवार को भेजा जाएगा। वैक्सीन का भंडारण स्टेट वैक्सीन सेंटर परिमहल में होगा, यहीं से वैक्सीन अन्य जिलों के वैक्सीन केंद्रों को भेजी जाएगी। शिमला जिले के लिए वैक्सीन का वितरण रिपन अस्पताल से किया जाएगा। मकर संक्रांति पर शिमला पहुंची कोरोना वैक्सीन की इस सौगात से अब जल्द लोगों को कोरोना महामारी का अंत होने की उम्मीद बंधी है। जिले में सात केंद्रों पर कोरोना के टीके लगाए जाएंगे। सीएमओ शिमला डॉ. सुरेखा चोपड़ा ने इसकी पुष्टि की है।

जिले में सबसे पहले डॉक्टरों समेत स्वास्थ्य कर्मचारियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और आशा वर्करों समेत अस्पतालों में तैनात सुरक्षा कर्मियों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए आईजीएमसी, केएनएच, रिपन, ठियोग और रामपुर अस्पतालों में वैक्सीनेशन केंद्र बनाए गए हैं। हर जगह पांच-पांच कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई हैं। इंदिरा गांधी कॉलेज में ही करीब 22 सौ कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन के इंजेक्शन लगेंगे। इसके लिए तमाम तरह की व्यवस्था कर ली गई है।