दलित शोषण मुक्ति मोर्चा ने परिवार को राहत राशि न मिलने पर किया धरना प्रदर्शन

पीयूष शर्मा। करसोग

करसोग में दलित शोषण मुक्ति मोर्चा ने विमला देवी के परिवार को अनुसूचित एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत राहत राशि ना मिलने के विरोध में वीरवार को एसडीएम कार्यालय करसोग के बाहर धरना-प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की गई। इसके बाद एसडीएम करसोग सुरेंद्र ठाकुर के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एक मांग पत्र भी सौंपा गया।

धरना प्रदर्शन के दौरान दलित शोषण मुक्ति मोर्चा ने सरकार पर दलितों को वोट बैंक के तौर पर उपयोग करने के आरोप लगाए संस्था के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि 22 जून को विमला देवी उपमंडल करसोग की ग्राम पंचायत चुराग में निर्मम हत्या हुई है, जो कि बीपीएल परिवार से संबंधित थी, इसके बाद 23 जून को इस केस में अनुसूचित जाति एवं अत्याचार निवारण अधिनियम की धारा भी जोड़ दी गई थी, तुरंत प्रभाव करने के लिए तुरंत राहत प्रदान करने के लिए पुलिस ने आश्वासन दिया था, जिसको कि पूरा नहीं किया गया है तथा इस मामले को जिला कल्याण अधिकारी मंडी को भी भेजा था, लेकिन अढ़ाई महीने बीतने के बाद भी आश्रितों को राहत राशि नहीं मिली है।

यह भी आरोप लगाया गया कि 10 जून को इसी मामले पर बिमला देवी के बेटे राजेंद्र कुमार सहित दलित शोषण मुक्ति मोर्चा ने इन सरकारी विभागों से पत्राचार के माध्यम से मामले को उठाया और अभी तक लगातार विभागों के साथ पत्राचार के माध्यम से इस मांग बार-बार इस मामले को उठाया गया, परंतु आश्रितों को कोई भी जवाब ना मिल पाया और उनका कहना है कि ऐसे में सरकार दलितों का शोषण कर रही है जिसे कि किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दलित शोषण मुक्ति मोर्चा करसोग इकाई ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इस हस्तक्षेप करने की मांग की गई है ।