लगातार मछलियों के मरने से मछली पालक परेशान

सकुंतला ठाकुर। कुल्लू

जिला कुल्लू के बंजार उपमंडल के तीर्थन घाटी में लगातार निजी फार्म में मच्छलियों के मरने के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसा ही मामला मंगलवार को भी पेश आया। पेखड़ी पंचायत के मनहार गांव का वेदराम ने जब सुबह जब अपने निजी फार्म में रिऊणी में मच्छलियों को फीड़ देने पहुंचा तो मौके पर आठ हजार मच्छलियां मृत पाई गई। कोरोना के चलते इन मच्छलियों को पालक इन्हें बाजार में बेचने के लिए नहीं ले जा पाया। वेद राम ने बताया कि उन्होंने बड़ी मेहनत से मच्छलियों का पालन किया है। अचानक मच्छियां कैसे मर गई इससे लेकर वेदराम परेशान है।

  • गुशैणी में मच्छली पालक की आठ हजार मच्छलियां मृत
  • बंजार के तीर्थन घाटी में निजी मच्छली फार्म पेश आया हादसा

इससे एक सप्ताह पूर्व भी रूधिर डोड निवासी शर्चा के मच्छली पालन केंद्र में भी करीब तीन हजार मच्छलियों के बच्चे मृत पाए गए थे। इस समस्या को लेकर मच्छलियां पालक परेशान है। उन्होंने विभाग व सरकार से उचित मुआवजे की मांग की है।

उधर इस मामले को लेकर पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनुराधा मौके पर पहुंची और मच्छलियों का पोस्टमार्टम किया। उन्होंने बताया कि मच्छलियों की मौत पानी की सप्लाई बंद होने के कारण हुई लगती है। इन दिनों बर्फ पिघलने से पेयजल में कचरा आता है और मच्छली पालन केंद्र में पानी की सप्लाई रूक जाती है। उधर इस बारे में मत्सय विभाग के अधिकारी डीसी आर्य का कहना है कि सूचना मिली है कि मच्छलियों की मौत हुई है। इसके कारणों का पता लगाया जा रहा है। इस बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है।