दीपावली के प्रदूषण से प्रदूषित हुई दिल्ली, 400 के पार पहुंचा AQI

उज्जवल हिमाचल। नई दिल्ली

दिल्ली और आसपास के क्षेत्राें में शुक्रवार सुबह से छाए स्माग के कारण के कुछ भागाें में विजिबिलिटी में काफी कमी देखने को मिली है। इसके साथ ही वायुमंडल में प्रदूषकों के बढ़ने के कारण लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कतें झेलनी पड़ीं। बता दें कि दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न इलाकों में बेहद कम संख्या में मार्निंग वाक के लिए निकले लोगों ने आंखों में जलन की शिकायत की है। कुछ लोगों ने सांस लेने में भी शिकायत की है, खासकर बुजुर्गों और बच्चों को सांस लेने में दिक्कत पेश आ रही है।

प्रतिबधों के बाजवूद दीवाली की पूरी रात जमकर पटाखे फोड़े गए, जिसका असर शुक्रवार सुबह से दिखाई दे रहा है। राजधानी दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर के शहरों में भी सुबह से ही दमघोंटू धुंध (स्माग) छाई हुई है, जिसके चलते जहरीली हवा अपना असर दिखा रही है। आलम यह है कि स्माग के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। दिल्ली-एनसीआर के कुछ क्षेत्राें में विजिबिलिटी 50 मीटर तक है। स्थिति यह है कि इंडिया गेट और राष्‍ट्रपति भवन की इमारतें प्रदूषण के धुएं में नजर नहीं आ रही हैं।

उधर, प्रदूषण की निगरानी करने वाली पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की संस्था सफर (SAFAR- इंडिया सिस्टम आफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च) के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण बहुत खराब स्तर में पहुंच गया है। मिली ताजा जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के जनपथ में जहां शुक्रवार सुबह पीएम 2.5 का स्तर 655.07 पर पहुंच गया, तो समूची दिल्ली का वायु गुणवत्ता सतर 446 के साथ गंभीर श्रेणी में है।

दिल्ली-एनसीआर में खतरनाक स्तर पर वायु प्रदूषण पहुंच चुका है। ज्यादातर क्षेत्राें में वायु प्रदूषण का स्तर 400 के पार है। ऐसे में घर के भीतर भी लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। विशेषज्ञ पहले ही चेता चुके हैं कि प्रदूषण सिर्फ बाहर ही नहीं, बल्कि घर के अंदर भी होता है। ऐसे में लोगों को पानी का अधिक सेवन शुरू कर देना चाहिए। कम से कम एक शख्स को 10-12 गिलास पानी पीना शुरू कर देना चाहिए। इससे वायु प्रदूषण से लड़ाई कुछ आसान होती है।

गौरतलब है कि एक जनवरी,2022 तक पटाखों पर पूरी तरह से प्रतिबंध के बावजूद दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, पलवल और सोनीपत समेत एनसीआर के सभी शहरों में बृहस्पतिवार शाम से लेकर तड़के 4 बजे तक जमकर पटाखे फोड़े गए। इस वजह से शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक खतरनाक स्थिति में पहुंच गया। इसके कारण दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों के लोगों ने गले में खराश और आंखों से पानी आने की शिकायतें कीं गईं।