तबाही के बाद केदारनाथ धाम का भागवान की कृपा से फिर हुआ जीर्णाेद्वार : पीएम माेेदी

उज्जवल हिमाचल। देहरादून

केदारनाथ धाम पहुंचकर यहां पर उन्होंने मंदिर में पहुंच बाबा केदार का आशीर्वाद लिया। गर्भगृह में प्रधानमंत्री ने लगभग 18 मिनट तक की पूजा। 8 बजकर 42 मिनट पर पूजा शुरू हुई, जो 9 बजे तक चली। इसके बाद पीएम मोदी ने स्वयंभू शिवलिंग की परिक्रमा भी की। पूजा के दौरान पुरोहितों ने पीएम मोदी के अगले पांच वर्ष प्रधानमंत्री बनने की भी कामना की। इसके बाद पीएम मोदी ने आदि शंकराचार्य की 12 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण भी किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ के दौरे पर हैं। पीएम ने ‘जय बाबा केदार’ के साथ अपना संबोधन शुरू किया।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गोवर्धन पूजा के दिन बाबा केदारनाथ के दर्शन का सौभाग्य मिला। पीएम ने कहा कि 2013 के विनाश के बाद, लोग सोचते थे कि क्या केदारनाथ का पुनर्विकास किया जा सकता है, लेकिन मेरे भीतर की एक आवाज ने हमेशा मुझसे कहा कि केदारनाथ का फिर से विकास होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 2013 के विनाश के बाद, लोग सोचते थे कि क्या केदारनाथ का पुनर्विकास किया जा सकता है, लेकिन मेरे भीतर की एक आवाज ने हमेशा मुझसे कहा कि केदारनाथ का फिर से विकास होगा। पीएम ने ‘जय बाबा केदार’ के साथ अपना संबोधन शुरू किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गोवर्धन पूजा के दिन बाबा केदारनाथ के दर्शन का सौभाग्य मिला।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे उपनिषदों में, आदि शंकराचार्य जी की रचनाओं में कई जगह नेति-नेति कहकर एक भाव विश्व का विस्तार दिया गया है। रामचरित मानस को भी हम देखें तो इसमें में अलग तरीके से ये भाव दोहराया गया है। पीएम ने कहा कि रामचरित मानस में कहा गया है- ‘अबिगत अकथ अपार, नेति-नेति नित निगम कह’ अर्थात, कुछ अनुभव इतने अलौकिक, इतने अनंत होते हैं कि उन्हें शब्दों से व्यक्त नहीं किया जा सकता।

बाबा केदारनाथ की शरण में आकर मेरी अनुभूति ऐसी ही होती है। अपने संबोधन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई योजनाओं का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ में 130 करोड़ रुपए की पुनर्विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इनमें परियोजनाओं में सरस्वती रिटेनिंग वॉल आस्थापथ और घाट, मंदाकिनी रिटेनिंग वॉल आस्थापथ, तीर्थ पुरोहित हाउस और मंदाकिनी नदी पर गरुड़ चट्टी पुल शामिल हैं।