विभाग ने अपने कब्जे लिए पौंग बांध में लगाए गए अंडरसाईज जाल

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। बिलासपुर

महाराणा प्रताभ सागर झील पौंग बांध में मच्छली के शिकार पर लगे रहे अंडर साइज़ जालों (नेट) पर विभाग ने कार्यवाही करते हुए अपने कब्जे में लिए हैं। गौर रहे कि आए दिन पौंग बांध जलाशय में शिकारी दिन-रात अंडर साईज जाल लगा कर मच्छली का अबैध शिकार कर रहे थे, जिसके चलते विभाग ने यह बड़ी कार्रवाई की है। मछुआरे झील में अंडर साईज एवं कम छेदों वाला जाल डाल रहे हैं, जिस वजह से छोटी मछली पकड़ी जा रही थी। छोटी मछली पकड़ने की वजह से आने वाली सर्दियों में मछुआरों व विभाग को ही नुकसान हो रहा था।

  • लंबे समय से अंडर साइज जालो के लगने का सिलसिला था जारी
  • खत्म होने के कगार पर थी छोटी प्रजाती की मच्छली

क्योंकि यही छोटी मछली को अगर न पकड़ा जाए, तो सर्दियों में यही मछुआरे इस मछली को बड़ी पकड़ेंगे, जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि होगी। नियमों के अनुसार एक किलो से 800 ग्राम से कम मछली नहीं पकड़ सकते। अगर कोई पकड़ता है, तो उसके ऊपर कार्रवाई होती है। वहीं, छोटी मछली के आने से ठेकेदार को नुकसान हो रहा था। वहीं, मत्स्य विभाग पौंग बांध के मत्स्य अधिकारी पंकज पटियाल का कहना है कि विभागीय आदेशों व लोगों की मांग पर कानून को तोड़ते हुए जो लोग पौंग वांध मे अंडर साइज जाल लगा रहे थे, उन पर कार्रवाई की है। आगे भी यह कार्रवाई जारी रहेगी। नियमों से खिलवाड़ करने वालों को बख्सा नहीं जाएगा।