रणजीत सिंह हत्याकांड मामले में डेरामुखी राम रहीम काे उम्रकैद

उज्जवल हिमाचल। पंचकूला

बहुचर्चित रणजीत सिंह हत्याकांड मामले में उम्रकैद की सजा पाने के बाद भी डेरामुखी राम रहीम ने कोर्ट में अजीबोगरीब मांग करता रहा। सुनवाई के दौरान राम रहीम ने जेल में वीडियो संदेश बनाने की इजाजत मांगी। राम रहीम ने कहा कि वह बहुत बड़ा परोपकारी है। लाखों लोगों का नशा छुड़वा चुका है। इसलिए उसे इजाजत दी जाए कि जेल के अंदर से अपने उपदेश का वीडियो बनाकर लाखों भक्तों को परोपकार का संदेश दे सकें। राम रहीम की इस मांग पर जज ने कहा की मेरा काम इस मामले में आज तक था। कैदी राज्य का मसला होता है।

जेल मैनुअल से गाइड होता है। इस बारे में कोई भी फैसला जेल अथॉरिटी या राज्य सरकार ही ले सकती है। इसके साथ ही जज ने मांग को खारिज कर दिया। सीबीआई के वरिष्ठ वकील केपी सिंह ने बताया कि डेरामुखी ने अपने वकील के मार्फत हिंदी में आठ पेज की अर्जी भी सौंपी थी। अर्जी के जरिए सजा सुनाने के दौरान नरमी बरतने की अपील की थी। उसने अर्जी में बीमारियों और सामाजिक कार्यों का उल्लेख किया था। अर्जी में लिखा था कि उसकी आंखों में दिक्कत है।

वह शुगर और हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी से पीड़ित हैं। शरीर भी काफी कमजोर हो गया है। वह राजस्थान के गुरसर मोड़िया, जिला गंगा नगर का रहने वाला है। 23 सितंबर, 1990 में गुरु शाह सतनाम ने उन्हें अपनी गद्दी सौंपी थी। इसके बाद सन 1992 में गुरु शाह सतनाम की याद में डेरे में नेत्र जांच शिविर लगाकर एक हजार से ज्यादा जरूरतमंद लोगों की आंखों का आपरेशन करवाया। 2053 लोगों को नई रोशनी प्रदान की गई। इसके अलावा शिविर लगाकर 5 लाख 40 हजार 763 लोगों को रक्त उपलब्ध करवा कर जीवन बचाया है।