टोल देने के बावजूद भी पर्यटकों काे लाैटना पड़ रहा वापस

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। साेलन

हिमाचल प्रदेश के मुख्य प्रवेश द्वारा परवाणु में जानकारी के अभाव में कई पर्यटकों को परवाणु में टोल देने के बावजूद वापस लौटना पड़ रहा है। जिस कारण पर्यटकों के पास कोविड ई पास नहीं होता, जिसके चलते कोविड बैरियर से पुलिस उन्हें पीछे हटाती है। उल्लेखनीय है कि इन दिनों हिमाचल में प्रवेश करने से पहले कोविड पास अनिवार्य है। वहीं, पुलिस द्वारा भी व्यवस्था की गई है कि वह परवाणु टोल से पहले अस्थाई चौकी के माध्यम से पर्यटकों को जागरूक करें, ताकि किसी को इस तरह की परेशानी से दो-चार ना होना पडे़।

पर्यटकों ने बताया कि वह टोल देकर आए हैं, लेकिन पुलिस चेकिंग में उन्हें एंट्री पास न होने के चलते उन्हें वापस भेज दिया गया। वहीं, उपायुक्त सोलन के सी चमन से जब इस बावत बात की गई, तो उन्होंने बताया कि इस बारे पुलिस को आदेश दे दिए हैं कि वह अस्थायी चौकी के माध्यम से परवाणु बैरियर से पहले ही पर्यटकों को जागरूक करें, ताकि किसी तरह की परेशानी उन्हें न हो। उन्होंने कहा कि वह जांच करेंगे कि अस्थायी चौकी में पुलिस अपना कार्य बखूबी कर रही है या नहीं व इस तरह की समस्या पर्यटकों को नहीं आनी चाहिए। निश्चित तौर पर अतिथि देवो भव लेकिन यदि परमाणु बैरियर से पहले एक अस्थायी चौकी बनाई गई है, तो बैरियर पर टैक्स देने के बावजूद उन्हें कोरोना बैरियर से क्यों वापस भेजा जा रहा है। कहीं न कहीं चूक तो है, जिसका प्रशासन को तुरंत संज्ञान लेना होगा, जबकि होना तो यह चाहिए कि पहले रजिस्ट्रेशन की जाए, फिर उसके बाद हिमाचल एंट्री टैक्स लेना चाहिए, ताकि सैलानियों को बिना वजह पैसा ना देना पड़े परंतु लचर रवैए के कारण पुलिस टैक्स काटने के बाद उन्हें वापस भेज देती है, जो की सैलानियों के साथ धोखा है, जिसमें प्रशासन को सही कदम उठाने चाहिए, ताकि सैलानियों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।