दियोटसिद्ध मंदिर में श्रद्धालुओं ने ताेड़े काेराेना के सारे नियम

एसके शर्मा। हमीरपुर

उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में रविवार को श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। मंदिर में रविवार को हजारों श्रद्धालुओं ने बाबाजी की पवित्र गुफा के दर्शन किए व बाबाजी का आशिर्वाद लिया। मंदिर में सुबह पांच बजे से ही श्रद्धालु लाईनों में लग गए थे। बाबाजी की गुफा में प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगया गया है। बाबा बालक नाथ मंदिर में जहां चबूतरे से महिलाएं बाबाजी की गुफा के दर्शन करती थीं। वहीं, से पुरूषों के द्वारा भी दर्शन किए जा रहे हैं।

बताते चलें कि दियोटसिद्ध मंदिर में रविवार को हिमाचल के अलावा पंजाब, दिल्ली व अन्य राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने बाबाजी की पवित्र गुफा के दर्शन किए व सुख समृद्धि की कामना की। इस दौरान सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों, नियमों व एसओपी की सरेआम धज्जियां उड़ती नजर आईं। मंदिर में सड़काें पर भी दिन भर जाम लगा रहा। प्रदेश के कई श्रद्धालु जो कि पहले कोरोना की वजह से माथा नहीं टेक सके थे, वह भी काफी संख्या में पहुंचे थे। जिसके चलते काफी संख्या में लोग मंदिर पहुंच रहे हैं।

हालांकि मंदिर प्रशासन का कहना है कि कोरोना से निपटने में पूरे एहतियात बरती जा रही है, लेकिन रविवार को मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ काफी रही, जिस कारण सामाजिक दूरी के नियमों की भी धज्जियां उड़ती रहीं। प्रशासन ने कोरोना नियमों की पालना करवाने की कोशिश की, लेकिन भीड़ अधिक होने के कारण काफी दिक्कत हुई। हालांकि मंदिर प्रशासन ने दियोटसिद्ध में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए दिर की सुरक्षा में 44 सुरक्षा कर्मचारी तैनात किए गए थे।

दियोटसिद्ध मंदिर में माथा टेकने के लिए आए कई श्रद्धालुओं न तो मास्क लगाया हुआ था और न ही समाजिक दूरी का पालन कर रहे थे। दियोटसिद्ध मंदिर में एक ही लाईन में महिलाओं व पुरूषों को दर्शन करवाए जा रहे हैं। गौर रहे कि दियोटसिद्ध मंदिर में लंगर सेवा और रात को ठहरने की अनुमति नहीं थी। सरकार की गाइडलाइन है कि श्रद्धालु माथा टेक कर सीधे अपने घरों को जाएं। मंदिर के इर्द-गर्द दुकानदार थोड़ा अच्छा महसूस कर रहे हैं।

उधर, मंदिर अधिकारी अजय कुमार ने कहा कि मंदिर में रविवार को काफी संख्या में श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंचे थे। कोरोना को ध्यान में रखते हुए श्रद्धालुओं को सामाजिक दूरी बनाए रखने की कोशिश करवाई गई। उन्होंने मंदिर में भीड़ को नियत्रंण करने के लिए पुलिस व होमगार्ड के जवान तैनात किए गए हैं।