नगर परिषद के स्वच्छता अवार्ड पर गंदगी ने लगाया बट्टा

जतिन लटावा। जोगिंद्रनगर

स्वच्छता सर्वेक्षण में नगर परिषद जोगिंद्र नगर के सभी वार्ड साफ मिले हैं, लेकिन वार्डों से होकर गुजरने वाले नालों में गंदगी के ढेर मिलने से नगर परिषद के स्वच्छता अवार्ड पर बट्टा लगा रही है। करीब दो माह से पर्यावरण संरक्षण की टीम ठोस कचरा प्रबंधन के तहत स्वच्छता का आकलन जोगेंद्रनगर में कर रही है। नगर परिषद के वार्डों से होकर गुजरने वाले नालों में कचरे के ढेर मिले हैं। नगर परिषद ने अब नालों में गंदगी फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई अमल में लाने का निर्णय लिया है।

स्वच्छता सर्वेक्षण की स्वयं निगरानी कर रहे एसडीएम डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने नालों में गंदगी फैलाने वालों की सूची भी सफाई कर्मचारियों से मांगी है। जिन्हें पहले नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा। इसके उपरांत आदेशों की अवमानना होने पर एनजीटी एक्ट के तहत पांच हजार जुर्माना किया जाएगा। नालों में राहगीरों द्वारा फैलाई जा रही गंदगी पर नकेल कसने के लिए तीसरी आंख का पहरा भी बिठाया जा रहा है।

स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान के लिए तैनात पर्यावरण विभाग की जूनियर रिसर्च फैलो श्वेता व फील्ड असिस्टेंट संजय ने बताया सातों वार्डों में 90 प्रतिशत से अधिक वार्डवासियों ने गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग रखने की व्यवस्था के लिए कूड़ादानों की व्यवस्था कर रखी है। महज दस प्रतिशत उपभोक्ता ही गीले और सूखे कचरे को एक साथ सफाई कर्मचारियों के हवाले कर रहे हैं। जिन्हें गीले व सूखे कचरे को अलग-अलग रखने की हिदायत दी गई है।