दिव्यांगजन सहानुभूति नहीं मौके के हकदार : सुमिति ठाकुर

एसके शर्मा। हमीरपुर

विशेष ओलंपिक भारत की अध्यक्ष मल्लिका नड्डा ने सुझाव दिया है कि दिव्यांगजनों को रोजगार में प्राथमिकता मिले। विशेष ओलंपिक भारत की जिला अध्यक्ष हमीरपुर सुमिति ठाकुर ने कहा कि जिन्हें जन्म के साथ ही चुनौतियां मिली हों, वे सहानुभूति नहीं अपितु मौके के हकदार होते हैं। दिव्यांगजनों को उनका हक दिलाना समाज और सरकार का दायित्व है। यहां जारी विज्ञप्ति ने उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों को आधारभूत सुविधाएं देने के लिए दिव्यांग अधिकार अधिनियम 2016 लागू किया गया था। इसके तहत सरकारी नौकरियों में दिव्यांगजनों को 4 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ-साथ उनकी पात्रता श्रेणियां भी 7 से बढ़ाकर 21 कर दी गई हैं, मगर इसके प्रति जागरुकता का अभाव होने के कारण दिव्यांगजनों को उनका हक नहीं मिल पा रहा।

सरकारी विभाग आरक्षण के अनुरूप हर विभाग इस दिशा में सकारात्मक प्रयास करें, तो दिव्यांगजनों को नौकरी के लिए तय मापदंडों के अनुरूप तैयार किया जा सकता है। इससे उन्हें सम्मान के साथ नौकरी करने का मौका मिलेगा। चुनौती प्राप्त हर शख्स इस काबिलियत और हौसले से लबरेज है। उनकी प्रतिभा विशेष ओलंपिक की प्रतिस्पर्धाओं में देखी जा सकती है। इसलिए मेरा सरकार और सभी विभागों से अनुरोध है कि दिव्यांगजनों को उनके हक के प्रति जागरुक करने की स्पष्ट नीति बनाकर उसके कार्यान्वयन को सुनिश्चित किया जाए।

सुमिति ठाकुर ने बताया कि विशेष ओलिंपिक राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका नड्डा ने देशभर के मुख्मंत्रियों को पत्र लिख दिव्यांगजनों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन में प्राथमिकता देने का आग्रह किया था। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस पर मुहर लगा दी है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दिव्यांगों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन की जा रही है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों की मुश्किलों को समझते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की इस अनुकंपा के लिए संगठन उनका आभारी है।