दियोटसिद्ध में मंदिर अधिकारी का पद रिक्त

मंदिर अधिकारी की स्थाई नियुक्ति न होने से प्रभावित हो रहा कार्य

एसके शर्मा। हमीरपुर

उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में मंदिर अधिकारी का पद कई महीनों से खाली पड़ा हुआ है। दियोअसिद्ध मंदिर अधिकारी का तबादला होने के कारण ये पद रिक्त हुआ है, लेकिन सरकार अभी तक इस पद पर मंदिर अधिकारी की स्थाई नियुक्ति नहीं कर पाई है। जिस कारण मंदिर में विकास व अन्य कार्य प्रभावित हो रहे है।

बताते चलें कि बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में हर वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु शीश नवाने आते हैं व उनके द्वारा मंदिर में करोड़ों रूपए चढ़ावे के रूप में चढ़ाते हैं। मंदिर में सैकड़ों कर्मचारी तैनात है। इसके अलावा शिक्षण संस्थानों का भी संचालन न्यास द्वारा किया जा रहा है। मंदिर अधिकारी का तबादला होने बाद इस पद पर सरकार ने मंदिर में नए मंदिर अधिकारी की नियुक्ति नहीं की है। मंदिर का कार्यभार बिझड़ी तहसीलदार द्वारा देखा जा रहा है, जिससे बिझड़ी तहसील का काम भी प्रभावित हो रहा है।

स्थानीय लोगों राजेश कुमार, पवन कुमार, राकेश कुमार, सुरेश कुमार, सुभाष चंद, सतीश कुमार, तिलक राज, राज कुमार, रमन कुमार व नीरज सहित अन्यों ने कहा कि मंदिर अधिकारी का पद रिक्त होने के कारण मंदिर में विकास कार्य प्रभावित हो रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि मंदिर अधिकारी की नियुक्ति तत्काल की जाए।

उधर, मंदिर न्यास अध्यक्ष एवं एसडीएम बड़सर प्रदीप कुमार ने बताया कि दियोटसिद्ध मंदिर अधिकारी के तबादले के बाद इसका अतिरिक्त कार्यभार बिझड़ी तहसीलदार को सौपा गया है। उन्होंने कहा कि मंदिर अधिकारी की स्थाई नियुक्ति का मामला सरकार के ध्यान में हैं।