वाटरफॉल मजदूरों की रोजी-रोटी का है जरिया, प्रशासन न करें इसे बंद

शुभम सूद। बैजनाथ

बनगोडू (गुनेहड) वाटरफॉल कमेटी तहसील बैजनाथ ग्राम पंचायत गुनेहड तहसील बैजनाथ जिला कांगड़ा हिमाचल प्रदेश ने आज SDM  बैजनाथ को ज्ञापन सोंपा है। महोदय कमेटी के सुनने में आया है कि प्रशासन इस वाटरफॉल को बंद करने की फिराक में है। महोदय यह वाटरफॉल प्राकृतिक वाटरफॉल है और ग्राम पंचायत गुनेहड के बनगोडू गाँव की लगभग 60 दुकानदारों 40 से 50 गाइडों तथा दिहाड़ी मजदूरों की रोजी रोटी का जरिया है।

यहां पर इस प्राकृतिक स्रोत के होने की वजह से पर्यटक आते हैं और इस पर्यटन की संभावना के कारण इलाके के कई बेरोजगारों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त हुए हैं। एक तरफ जहां सरकार रोजगार देने में नाकामयाब है वहीं, जब लोग स्वरोजगार के साधन स्वयं तैयार कर रहे हैं तो ऐसे हाल में उन संसाधनों पर रोक लगाए जाने की सोच न्याय संगत नहीं है।

महोदय वनगोडू जहां यह वाटरफॉल है वहां की 90% जनता गरीब है और इस वाटरफॉल की वजह से रोजी रोटी का जुगाड़ पर्यटन के सहारे सही तरीके से करके स्वरोजगार पैदा हो रहा है। ग्राम पंचायत उप प्रधान भी इस वाटर फाल को बंद करना चाहता है। ऐसे हाल में इस संसाधन को बंद ना किया जाए और जिस तरह से यह स्थान विकसित हो रहा है इसे विकसित करने के लिए प्रबंध किए जाएं।

यहां जो सड़क है उस सड़क को चौड़ा करने के प्रबंध किए जाएं ताकि पर्यटकों को और अधिक सुविधा प्राप्त हो सके। इस अवसर पर विचित्र सिंह पूर्व उप प्रधान, बिट्टू राम, विजय कुमार, रवि कुमार, मान सिंह, गोपाल सिंह, मीर चद, सुरिंदर शर्मा आदि मोजूद रहे।

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