15 नवंबर को बंद होंगे आदि हिमानी चामुंडा के कपाट

उज्जवल हिमाचल ब्यूराे। धर्मशाला

आदि हिमानी चामुंडा ऊंचाई पर स्थित है और यहां पर बर्फबारी हो जाती है। ऐसे में 15 नवंबर को मां के द्वार को बंद कर दिया जाता है। लेकिन यहां मंदिर के चल रहे कार्य व मंदिर की छत डालने का काम अभी बाकी है। छत के कार्य के लिए स्टील की ढुलाई का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि यहां लोहे को वेल्ड करके उसकी मजबूत छत बनाने के लिए अभी वक्त लगेगा, इन्हें वेल्‍ड करने में वक्त लगेगा। आदि हिमानी चामुंडा के कपाट 15 नवंबर को बंद होंगे, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं लगता कि इस वर्ष भी आदि हिमानी चामुंडा मंदिर के भवन का निर्माण कार्य पूरा हो सकेगा।

बताया जा रहा है कि मंदिर कार्य में प्रयोग किया जा रहा जेनरेटर सेट भी खराब हो गया है। अब नया जेनरेटर सेट मंगवाया गया है, ताकि कार्य पूर्ण हो सके। हालांकि जेनरेटर सेट को मंदर तक पहुंचाना भी किसी चुनौती से कम नहीं है। चढ़ाई चढ़ाकर सारा सामान पहुंचाया जा रहा है। इसमें श्रम अधिक लग रहा है। वहीं मंदिर परिसर तक पानी को बहाल करने के लिए पेयजल पाइपलाइन बिछा दी है, जबकि टैंक का निर्माण कार्य किया जा रहा है। 2014 में मंदिर भवन जलकर राख हो गया था।

इसको फिर से बनाने की कवायद शुरू हुई, तो 2017 में भूमि की निशानदेही की गई, लाकडाउन के कारण देरी हुई तो 2020 में नए डिजाइन पर काम किया गया। अब 15 से मंदिर के द्वार बंद हो जाएंगे। बर्फबारी के कारण काम दिक्कत भरा होगा। ऐसे में काम बंद करना होगा और लगता नहीं कि 15 नवंबर तक काम पूरा हो जाए।