प्रशासन द्वारा गरीब बच्चों को पढ़ाने का हुआ सपना साकार

कोरोना महामारी के बाद प्रशासन के प्रयासों से अब 164 बच्चे बैग लेकर पहुंच रहे स्कूल

सुरिंद्र सिंह साेनी। नालागढ़

स्लम एरिया के बच्चों की जिंदगी में रोशनी भरने का काम करना हर किसी के बस की बात नहीं। झुग्गी-बस्तियों में रहने वाले गरीब परिवार के बच्चों को शिक्षा देने का बीड़ा नालागढ़ प्रशासन द्वारा कोविड काल में उठाया गया था, जो कि अब पूरा होता नजर आ रहा है। यह वह बच्चे थे जिनके दिन की शुरूआत सुबह भिक्षावृत्ति, पन्नी व कबाड़ का थैला उठाकर होती थी, वह आज वर्दी पहन व स्कूल बैग उठाकर स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने पहुंच रहे हैं। उपमंडल नालागढ़ के तहत स्लम एरिया में रहने वाले परिवारों के 164 बच्चें अब विभिन्न प्राथमिक स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।

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यह बच्चे शिक्षा ग्रहण के साथ-साथ सरकारी स्कूलों में मिलने वाली स्कीमों का भी फायदा उठा रहे हैं, जिसमें मीड-डे-मिल सहित विभिन्न सुविधाएं शामिल है। बता दें कि एक साल पहले करीबन 400 झुग्गी-बस्तियों में रहने वाले गरीब बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए चिहिन्त किया था, जिसमें से अब तक 164 बच्चें ट्रैक कर लिए गए हैं। हालांकि कई प्रवासी कामगार यहां से जा चुके हैं। बाकी बच्चों को ट्रैक करने का काम जारी है। प्रशासन के नई दिशा मुहिम का मुख्य उोद्देश्य ज्यादा से ज्यादा बच्चों को शिक्षा ग्रहण करवाते हुए उनके माता-पिता को सरकारी सुविधाओं से अवगत करवाना था, ताकि बेरोजगारी व बाल मजदूरी को रोकते हुए बच्चों के आने वाले भविष्य में रोशनी भरी जा सके।

स्थानीय प्रशासन के एक प्रयास ने एरिया के स्लम की जिंदगी पूरी तरह बदल दी है। अब यह बच्चे हाथों में किताबें लिए उज्जवल भविष्य का सपना संजो रहे हैं। एक साल पहले शुरू हुआ नई दिशा पर काम स्लम एरिया में शिक्षा का उजियारा फैलाने का ये प्रयास स्थानीय प्रशासन ने करीब एक वर्ष हले शुरू किया था। प्रथम चरण में विभिन्न क्षेत्रों के तहत गरीब व स्लम एरिया में रहने वाले बच्चों को चिन्हित किया, जिसके पश्चात प्रशासन द्वारा मैजिक बस फाउंडेशन की सहायता से माता-पिता को बच्चों की शिक्षा के प्रति अवगत करवाने के साथ प्रदेश सरकार की स्कूलों में दी जा रही स्कीमों से अवगत करवाया।

फिर उन बच्चों के आवश्यक दस्तावेज तैयार कर उन्हें निकटवर्ती पाठशाला में दाखिला करवाया। हालाकिं उस समय कोविड के चलते स्कूल बंद चल रहे थे, लेकिन उस दौरान भी दोपहर के भोजन की राशि बैंक खातों में दी जा रही थी, लेकिन अब जब प्राईमरी कक्षाओं के लिए स्कूल खोले गए, तो उन बच्चों को आईडेटिफाई करने का जिम्मा स्कूल प्रिसिंपल को सौंपा, जिसके मुताबिक अब तक 164 बच्चें स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।

यहां जाने किन स्कूलों में कितने बच्चे
स्कूल                        बच्चे
गर्वमेंट प्राईमरी मलपुर      14
गर्वमेंट हाई स्कूल            02
गर्वमेंट प्राईमरी जुड्डीकलां  13
गर्वमेंट प्राईमरी बरोटीवाला  01
गर्वमेंट प्राईमरी झाड़माजरी  14
गर्वमेंट प्राईमरी काठा        80
गर्वमेंट प्राईमरी बद्दी          40

164 बच्चें ले रहे शिक्षा: महेंद्र पाल
आईएएस एसडीएम नालागढ़ महेंद्र पाल ने बताया कि झुग्गी-बस्तियों व गरीब परिवार के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए कोविड काल में नई दिशा अभियान को शुरू किया था। आज विभिन्न स्कूलों में 164 बच्चें शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि अगर कोई बच्चा 6 से 14 वर्ष की आयु का शिक्षा से वंचित चल हैं, तो हमें सूचना दें उन्हें स्कूल भेजने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।