पेयजल किल्लत से ग्रामीण परेशान, विभाग बेखबर

चमेल सिंह देसाईक। शिलाई

विकास खंड की ग्राम पंचायत बांदली के गावं भुग्याडी व शरोग में पेयजल किल्लत होने से ग्रामीणों ने उपमंडलीय अधिकारी को ज्ञापन देकर समाधान की अपील की है। समस्या का समाधान न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। जानकारी के अनुसार अजडी खड्ड से भुग्याडी, शरोग, पटाई के लिए लगभग 40 वर्ष पुरानी प्रवाह पेयजल लाइन बनाई गई है। पेयजल लाइन से लगभग 500 परिवारों को पेयजल प्राप्त होता है, लेकिन राजनीतिक दावपेंच के चलते पंचायत के लोगों ने अजडी खड्ड में बने पुराने सोर्स से लगभग 100 मीटर ऊपर से बिना सरकार की स्वीकृति के आधा इंच नई पेयजल लाइन लगा दी है, जिससे पुरानी पेयजल लाइन प्रभावित हो रही है तथा शरोग व भुग्याडी के लगभग 300 परिवारों को पेयजल किल्लत से जूझना पड़ रहा है।

वर्तमान समय में आगामी पंचायती राज चुनाव के लिए दमखम चल रहा है। इसलिए प्रभावी उम्मीदवार ने अपने पक्षधरों को फायदा व प्रभाव सशक्त करने के लिए अपने पैसों से प्लास्टिक पेयजल लाइन लगा दी है। पुरानी प्रवाह पेयजल लाइन के निचे आ रहे लोग यदि उम्मीदवार के समर्धन में आते हैं, तो नियमानुसार कार्य किए जाएंगे। अन्यथा उन्हें पेयजल से वंचित किया जा रहा है। नियमों को ताक पर रखकर कार्य किए जा रहे हैं। ग्रामीणों पर दबाव बनाने के लिए सभी हथकंडे अपनाए जा रहा है। स्थानीय नेता भी भावी उम्मीदवार पर मेहरबान नजर आ रहे हैं।

यदि कारण है कि शिकायतें करने के बाद भी विभाग व अधिकारी नई लाइन को उखाड़ने में असमर्थ नजर आ रहे हैं, जबकि नई पेयजल लाइन की न मांग है न ही सरकार व विभाग बना रहा है। स्थानीय लोगों में बंसी राम, रति राम, मदन सिंह, राजेंदर सिंह, फकीर चंद, टिका राम, अर्जुन सिंह, राजेन्द्र पुंडीर व अतर सिंह पुंडीर सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि अवैध ताैर पर बनाई गई पेयजल लाइन की शिकायत उन्होंने जलशक्ति विभाग कार्यालय को एक दिसंबर को दी है, जिस पर ग्रामीणों को विभागीय अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि यह गलत है।

इसलिए विभाग सख्त कार्यवाही अमल में लाएगा। बिना परमिशन के बनाई हुई पेयजल लाइन को अपने कब्जे में लेगा तथा ग्रामीणों को पुरानी पेयजल लाइन से पेयजल उपलब्ध करवाएगा, विभाग ने 2 दिन का समय मांगा था, लेकिन जब कार्यवाही नही हुई, तो फिर से उपमंडलाधिकारी शिलाई को समस्या का समाधान के लिए ज्ञापन दिया गया है।

समस्या का समाधान न होने पर आंदोलन किया जाएगा, जिसमे जलशक्ति विभाग व उपमंडल कार्यालय का घेरवा किया जाना निश्चित है। उपमंडलाधिकारी शिलाई हर्ष अमरिंदर नेगी ने ज्ञापन मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि संबंधित विभाग को सख्त कार्यवाही के लिए लिखा जा रहा है तथा जल्द वह खुद मोका का निरिर्क्षण करेंगे। यदि सरकारी नियमों से बहार कोई कार्य हो रहा है, तो निश्चित ही विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।