द्रोणाचार्य कॉलेज में वर्चुअल माध्यम से किया गीता जयंती के आयोजन

उज्जवल हिमाचल। रैत

द्रोणाचार्य स्नातकोत्तर शिक्षण महाविद्यालय में संजीवनी क्लब के सौजन्य से वर्चुअल माध्यम से श्रीमद्भागवत गीता जयंती के आयोजन किया गया। जिसमें “गीता का सार जीवन का आधार” विषय रखा गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि तारक चैतन्य, मुख्य वक्ता डॉ बीएस पठानिया व अतिथि वक्ता गौरव विज ने शिरकत की। सर्वप्रथम विशिष्ट अतिथि तारक चैतन्य ने गीता के अध्यायों के सार के विषय मे विस्तार पूर्वक चर्चा की। उन्होंने बताया कि सच्चा ज्ञान का अर्जन करने वाला ही वास्तविक अर्जुन कहलाता है।

वहीं, मुख्य वक्ता डॉ बीएस पठानिया ने बताया कि मन और बुद्धि को नियंत्रित करके की लक्ष्य की प्राप्ति की जा सकती है । उन्होंने कहा कि सांसारिक जीवन रहते हुए भी मनुष्य अध्यात्म से जुड़ सकता है और मनुष्य को सदा सतचित ओर आनन्द की प्राप्ति के लिए अग्रसर रहना चाहिए। वक्ता गौरव विज ने मेडिटेशन के महत्व को बताया साथ ही वर्चुअल माध्यम से मेडिटेशन भी करवाई। उन्होंने कहा कि यदि हम मन को नियंत्रित रखना चाहते हैं, तो अपने जीवन में मेडिटेशन को अन्य जरूरी चीजों के साथ अपने जीवन मे ढालना चाहिए।

इसके बाद विषय विशेषज्ञों के द्वारा गीता के बच्चों की जिज्ञासा को प्रश्नोत्तर के जरिए शांत किया गया। वहीं, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ बीएस बाघ ने उपस्थित सभी अतिथि गणों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर प्रबंधक निदेशक जीएस पठानिया, शैक्षिक अधिष्ठाता डॉ प्रवीण शर्मा, विभागाध्यक्ष सुमित शर्मा, मुकेश शर्मा, राजेश राणा व डॉ पूनम सहित समस्त शिक्षक वर्ग व छात्र उपस्थित रहे।