द्रोणाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय ने मनाया बसंत पंचमी पर्व

उज्जवल हिमाचल। रैत

द्रोणाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शनिवार को बसंत पंचमी का पर्व संजीवनी क्लब और राधाकृष्णन सदन की और से बड़ी धूम धाम से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और मंत्रोचारण से हुआ कार्यक्रम में राधाकृष्णन सदन की छात्राओं ने सरस्वती माता की स्तुति में भजन कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया और वहीं सदन की छात्रा शिक्षा ने बसंत पंचमी के महत्व को विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि हिन्दू धर्म में बसंत पंचमी का खास महत्व है। बसंत पंचमी के दिन सरस्वती माता की पूजा की जाती है।

यह पर्व भारत के साथ-साथ पश्चिमोत्तर बांग्लादेश और नेपाल में भी धूमधाम से मनाया जाता है। शास्त्रों में बसंत पंचमी को ऋषि पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा कि जाती है मान्यता है कि माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मां सरस्वती ब्रह्माजी के मुख से प्रकट हुई थी, और इसीलिए इस तिथि को बसंत पंचमी के पर्व के रूप में मनाया जाता है। बसंत पंचमी में मां सरस्वती की पूजा करने से ज्ञान में वृद्धि होती है और उनका आर्शीवाद मिलता है।

उन्होंने कहा कि मां सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए पीले रंग के प्रसाद का भोग किया जाता है प्राचार्य डाॅ प्रवीण कुमार शर्मा ने नहीं बच्चों को इस दिन पर बधाई दी और ऊजवळ भविषय कि कामना कि महाविद्यालय के कार्यकारी निदेशक बीएस पठानिया ने बच्चों को और अध्यापकों को योगा और मैडिटेशन का सैशन करवाया। उन्होंने महाविद्यालय द्वारा चलाई गई आन लाइन अनूठी पहल विधार्थियों को योग के लिए ६ एएम हैप्पी क्लब में जुड़ने और आरोगय रहने के लिए प्रेरित किया और सरस्वती माँ कि वंदना में बच्चों को सिखाया। इस मोके पर महाविद्यालय के प्रबंध निदेशक जीएस पठानिया ,कार्यकारी निदेशक बीएस पठानिया ,प्राचार्य डा प्रवीण कुमार शर्मा ,सहित सभी स्टाफ उपस्थित रहा।