हिमोग्लोबिन की कमी से युवतियों में बढ़ रही है अनिमिया की गंभीर बिमारी: डॉ. प्रलोक

जतिन लटावा। जोगिंद्रनगर

हिमोग्लोबिन (एचवी) को लेकर जागरूकता का अभाव अनिमिया जैसी गंभीर बिमारियों को बुलावा दे रहा है। जिसके चलते हर साल देश में हजारों युवतियां इस गंभीर बिमारी से ग्रस्त हो रही है। जोगिंद्रनगर में युवतियों को इस गंभीर बिमारी से बचाने के लिए रोटरी कल्ब के विशेष स्वास्थ्य शिविर में रोटेरियन डॉ. प्रलोक, डॉ. अनिल और सिविल अस्पताल से सेवा निवृत मुख्य चीफ फार्मासिस्ट राम लाल वालिया ने बताया कि शारीरिक थकान, भूख न लगना और बार-बार बेहोश हो जाना इसी गंभीर बिमारी के लक्षणों में शामिल है। युवतियों में यह बिमारी अधिक पनप रही है जिन्हें सुरक्षित रखने के लिए रोटरी कल्ब अपने स्वास्थ्य शिविर में हिमोग्लोबिन की मात्रा की जांच कर रहा है।

रोटरी कल्ब के अध्यक्ष भाग चंद, असिस्टेंट गर्वनर अजय ठाकुर ने बताया कि शुक्रवार को डोहग स्थित आईटीआई में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ सिविल अस्पताल जोगेंद्रगर की प्रयोगशाला के प्रभारी विरेंद्र चैहान, लैब तकनीशियन आशा जम्वाल की मौजूदगी में आईटीआई की 127 प्रशिक्षुओं की हिमोग्लोबिन की मात्रा जांची गई। इसमें करीब 20 प्रतिशत छात्राओं की हिमोग्लोबिन की मात्रा कम पाई गई। आईटीआई के प्राचार्य तनुज शर्मा ने बताया कि रोटरी कल्ब के माध्यम से आयरन और कैल्शियम की दवाईयां भी बांटी गई।

बताया कि छात्राओं के हिमोग्लोबिन परीक्षण में अधिकतर छात्राओं के पोष्टिक आहार की कमी को लेकर जागरूकता का अभाव भी पाया गया। जिन्हें प्रोटीन युक्त आहार लेने के लिए भी रोटरी कल्ब के शिविर में मौजूद चिकित्सकों ने जागरूक किया। रोटरी कल्ब के इस स्वास्थ्य शिविर में रोटेरियन एनआर बरवाल, राकेश ठाकुर, कर्म चंद, ज्ञान चंद बरवाल भी मौजूद रहे।