हिमाचल : विभाग की लचर कार्यप्रणाली से जानलेवा पेड़ों से हो सकता है बड़ा हादसा

उमेश भारद्वाज। मंडी

 

मंडी जिला के सुंदरनगर से गुजरने वाले नेशनल हाईवे-21 चंडीगढ़-मनाली के किनारे खड़े पेड़ हादसों को न्योता दे रहे हैं। आलम यह है कि आए दिन इन खतरनाक पेड़ों से टहनियां टूट कर हाईवे से गुजरने वाली गाड़ियों या आसपास के रिहायशी इलाकों को अपनी चपेट में ले रही हैं। इससे क्षेत्र के वार्ड नंबर-4 सलाह में लगातार खतरा बना हुआ है। वहीं तेज आंधी और बरसात में इन पेड़ों के हाईवे पर गिरने से ट्रैफिक भी बाधित होता आया है। हैरानी की बात यह है कि एनएच-21 के साथ मौजूद लगभग 30 पेड़ों को काटने और अन्य पेड़ों की छंटाई के आदेश डीसी मंडी द्वारा 2019 में जारी कर दिए गए थे। लेकिन वन विभाग की सुस्त और लचर कार्यप्रणाली के कारण कभी भी इन जानलेवा पेड़ों से कोई बड़ा हादसा पेश आ सकता है। पेड़ों को काटने के लिए विभाग की औपचारिकताएं लोगों पर भारी पड़ रही हैं। बता दें कि इन पेड़ों के साथ नेशनल हाईवे-21 चंडीगढ़-मनाली के अलावा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला(बाल) और अन्य रिहायशी इलाका भी मौजूद है।

यह भी पढ़े : राजा वीरभद्र सिंह की कलश महायात्रा पहुंची ज्वालामुखी, भावुक हुए पूर्व विधायक संजय रतन

नगर परिषद सुंदरनगर के वार्ड नंबर-4 सलाह के पार्षद शिव सिंह सैन ने कहा कि उनका वार्ड नेशनल हाईवे-21 के साथ सटा हुआ है और इसमें 70-80 पुराने सफेदा के पेड़ हैं। उन्होंने कहा कि इन पेड़ों से अपने आप जितने वाली टहनियों से कई बार हादसे भी हो चुके हैं। इसको लेकर स्थानीय लोगों की मांग पर डीसी मंडी द्वारा 2019 में आदेश भी जारी कर दिए गए थे। लेकिन आज दिन तक मौके पर कुछ नहीं हो पाया है। शिव सिंह सेन ने प्रशासन और विभाग से जल्द से जल्द इन खतरनाक पेड़ों को काटने और छंटाई करने की मांग की है।

यह भी पढ़े : बेटी से दुष्कर्म करने वाले पिता को 10 साल की कैद

नगर परिषद सुंदर नगर के वार्ड नंबर-4 सलाह निवासी किशन चंद गुलेरिया ने कहा कि बीते दिनों तेज आंधी आने के बाद इन पेड़ों से एक टहनी टूट कर लेंटर पर गिर गई थी। उन्होंने कहा कि इन पेड़ों कोई कारण कभी भी कोई बड़ा हादसा पेश आ सकता है।

यह भी पढ़े : धन की कमी होगी दूर ,लक्ष्मी मां को प्रसन्न करने का प्रभावी मंत्र

मामले पर एसडीएम सुंदरनगर धर्मेश कुमार ने कहा कि नेशनल हाईवे के साथ मौजूद पेड़ों द्वारा नुकसान पहुंचाने का मामला संज्ञान में आया है। उन्होंने कहा कि इन पेड़ों के कारण किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए संबंधित विभाग से बात कर ली गई है। धर्मेश कुमार ने कहा कि इन पेड़ों को कटवाने का टेंडर लग चुका है और जल्द ही इन पेड़ों को कटवा दिया जाएगा।