पैसे की जरूरत को पूरा करेगा इमरजेंसी फंड

उज्जवल हिमाचल डेस्क…

कोरोना वायरस महामारी से मजदूर वर्ग के नागरिक वित्तीय अनिश्चितताओं से जूझ रहे हैं। बहुत से मेहनतकश वेतनभोगी वर्ग के व्यक्तियों को नौकरी से निकाल दिया गया है, जबकि अन्य के वेतन में कटौती कर दी गई है। इस महामारी ने ज्यादातर मामलों में लाखों लोगों की आर्थिक स्थिति खराब कर दी है। कई लोग ऐसे हैं जो इन अनिश्चित समय के दौरान पैसे की कमी का सामना कर रहे हैं। यदि कोई व्यक्ति धन की कमी का सामना कर रहा है, तो वह पर्सनल लोन के लिए बैंक का रुख कर सकता है। जानिए ऐसे समय में आपको क्या करना चाहिए।

ऐसे वक़्त में अपने खर्चों का आकलन करना चाहिए। यह स्पष्ट हो कि आपकी जरूरतें क्या हैं। क्या आप आवश्यक खर्च से बच सकते हैं? अगर आपका खर्च टालने योग्य नहीं हैं, तो क्या आप इसे कम कर सकते हैं? क्या आपका वित्तीय तनाव अस्थायी है और निकट अवधि में इसमें सुधार की संभावना है? जब तक वित्तीय स्थिति में सुधार न हो तब तक उधार पैसे लेने से बचें।

फिक्स्ड डिपॉजिट निवेश और गोल्ड सबसे अच्छा है। आप सार्वजनिक भविष्य निधि और एफडी के बदले लोन भी ले सकते हैं, क्योंकि ये धन जुटाने का सबसे सस्ता तरीका है। भविष्य में होने वाले बदलाव के लिए किसी भी इक्विटी से संबंधित निवेश को नुकसान से बचाने के लिए आपको भविष्य में होने वाले परिवर्तनों से बचना चाहिए।

गोल्ड लोन पर ब्याज की लागत आमतौर पर अन्य लोन की तुलना में कम होती है। इसमें चुकौती शर्तों पर बातचीत की जा सकती है। गोल्ड लोन की शर्तें अक्सर काफी लचीली होती हैं। सोने की कीमतों में हालिया उछाल के कारण, पहले से मौजूद मात्रा से लोन राशि अब अधिक हो जाएगी।