12 दिन में ही उखड़ने लगी विभाग द्वारा बिछाई तारकोल

शैलेश शर्मा। चंबा

उपमंडल सलूणी के अंतर्गत बनाए गए हेलीपैड पर बनी सड़क, जिसको की अभी विभाग ने 12, दिन पहले मुख्यमंत्री के आने पर जिस हेलीपेड और उसको जाने सड़क बनाई थी ठीक 12 दिनों के बाद वह सड़क हलकी बारिश होने से उखड़ गई है। बताते चले कि लाखों रुपए की लागत से बनने वाली इस सड़क में बिछाई गई तारकोल उखड़ने के साथ नीचे में बिछाई गई मिट्टी निकलना शुरू हो गई है। सोसल मीडिया पर वंही के स्थानीय लोगों द्वारा वायरेल की गई इस वीडियो ने विभाग के इस कार्य की पोल खोल के रख दी है।

डल्हौजी विधानसभा के अंतर्गत आने वाला यह उपमंडल सलूणी है और यहां पर प्रदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इसी महीने की 12 तारीख को कुंदी में निर्माधीन 1,57,12,800 रुपए की लागत से बनने वाले हैलीपेड का उद्धघाटन किया था। पर ठीक 12 दिनों के बाद इस क्षेत्र में हुई हलकी बारिश ने लोक निर्माण विभाग की कलई खोलकर रख दी है। बताते चले कि हेलीपेड को जाने वाली सड़क जिसपर विभाग ने लाखों रूपए खर्च तो कर दिए पर हाल ही में हुई हल्की सी बारिश ने विभाग की इस कार्यशैली पर कई प्रश्न चिन्ह लगा के रख दिए है।

सड़क पर बिछाई गई तारकोल के जगह-जगह से उखड़ने पर वहां के स्थानीय लोगों से रहा नहीं गया और उखड़ती जा रही तारकोल का खुद ही वीडियो बनाकर सोसिल मिडिया में वायरल कर दिया। आग की तरह फैली इस घटना की खबर जैसे ही विभाग को लगी विभाग के हाथ पांव फूल गए और सुबह ही विभाग के सभी आला अधिकारी उस जगह पर जा पहुंचे, जहां यह सड़क उखड़ी पड़ी हुई थी।

देखने में यह मामला भले ही गंभीर न लगे पर जिस जगह पर खुद मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से जिसका उद्धघाटन किया हो, वहां पर ऐसी घटना खुद मुख्यमंत्री पर सवालिया निशान खड़ा कर देती है, जिसमे मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार पर जीरो टोलेरेशन रखी हो। इस बारे सलूणी उपमंडल के अधिशाषी अभियंता क्या दलील दे रहे हैं। आप खुद ही सुन लीजिये। इन अधिकारी का कहना है कि इस कार्य को हमारे विभाग ने पुरे मापदंडों के हिसाब से ही किया है। उन्होंने अपने विभाग की नाकामियों को छिपाने का प्रयास करते हुए कहा कि अगर भविष्य में इसमें फिर भी कोई कमी आती है, तो हम इसका सारा कार्य ठेकेदार से ही करवाएंगे, यह हमारे वर्क आर्डर में भी प्रावधान है।

लोक निर्माण विभाग के अधिकारी ने अपनी बातो को फिर से पुख्ता बनाते हुए कहा कि जिस जगह पर यह तारकोल उखड़ा हुआ है, वहां पर डेफ्टनैस (गहराई) जयादा नहीं होने से और उसमे प्रॉपर ब्लीडिंग न होने से ऐसा हो सकता है, पर हमारा विभाग इसे जल्द ही ठीक रेक्टिफाई कर देंगे। उन्होंने इस बात तो मान ही लिया कि सड़क में ही इस तरह की त्रुटि देखने को मिली है, जबकि हैलीपेड का सारा पोर्शन ठीक है।

हड़बड़ा चुके लोक निर्माण के अधिकारी इस काम को ठीक से करवाने कभी खुद विभाग से तो कभी ठेकेदार से इस काम को दरुस्त करवाने की बात को कर रहे हैं, पर सोचने वाली बात तो यह है कि अगर इस सड़क का वीडियो यह लड़का वायरल नहीं करता, तो क्या विभाग यहां पर आकर इसकी जांच करता। पर आज जिस तरह से इस युवा लड़के ने अपनी जनता के खून पसीने की कमाई से जिन कार्यों को विभाग से पर्दा उठाया है, वह दिन दूर नहीं जब हर कोई व्यक्ति अपने यहां ठीक से नहीं होने वाले कार्य बारे विभाग से जरूर पूछेगा।