आखिरकार एचएच विभाग ने स्वीकारी अपनी गलती

चमेल सिंह देसाईक। शिलाई

पांवटा साहिब-गुम्मा राष्ट्रीय राजमार्ग-707 के डंपिंगयार्ड से बेतरतीब फेंके गए मलबे से हुए नुकसान के मामले पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने आखिर अपनी गलती स्वीकारी है। राष्ट्रीय राजमार्ग-707 के प्रोजेक्ट डायरेक्टर विवेक पांचाल ने मौका निरीक्षण के दौरान बताया कि अथॉरिटी इंजीनियर का यह सुपर विजन फैलियर है। डंपिंग साइट के चयन में गलतियां हुई है। शनिवार को एसडीएम पावंटा साहिब विवेक महाजन, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण अधिकारी विवेक पांचाल ने सड़क चौड़ीकरण का कार्य कर रही आरजीवी कंपनी के मलबे से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।

मौका पर पाए गए दयनीय हालत को मध्य नजर रखते हुए कंपनी को सख्त लहजे में निर्देश दिए कि नुकसान की भरपाई जल्द से जल्द होनी चाहिए, डंपिंगयार्ड की प्रोटेक्शन को लेकर जल्द खामियां दूर की जाए, तय समय सीमा के अंदर कार्य निपटाए जाएं। कार्य में कमी पाई गई, तो सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। समस्याओं के निपटारे को लेकर कंपनियों को मौका पर निपटारा करने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले अधिकारियों ने हैवणा व खजियार में बने डम्पिंगयार्ड का निरीक्षण किया है। दरअसल पिकअप द फोन हुई बारिश से डंपयार्ड का मलबा खेतों और लघु उद्योगों में घुस गया था। डंपयार्ड के मलबे से खेतों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है।

दो पानी से चलने वाली पणचक्कियां नष्ट हो गई है। कूहल पूरी तरह टूट कर नष्ट हो गई है। सैड़कों बीघा जमीन मलबे से प्रभावित हुई है, हालात देखने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग-707 के प्रोजेक्ट डायरेक्टर विवेक मुंजाल ने डंपयार्ड के चयन में हुई गलतियां स्वीकारते हुए बताया कि डंपयार्ड के चयन में यह सुपरविजन फेलियर है। अथॉरिटी इंजीनियर से भारी गलतियां हुई है, आगे ऐसा न हो इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा। डंपिंगयार्ड पर जो कमियां रह गई है, उन्हें जल्द दूर किया जाएगा। उलेखनीय है कि लगभग 2 माहं से आरजीवी कंपनी सड़क से निकलने वाला मलबा नियमों को ताक पर रखकर डंप कर रही थी, डम्पिंगयार्ड में क्रेटवायर व सुरक्षा दीवारों में घटिया मेटीरियल डाल रही थी।

लोगों ने गलत तरीके से मलबा डालने की शिकायतें राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण सहित स्थानीय प्रशासन से कई बार की है, लेकिन कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही थी। मीडिया में मामला आने के बाद अधिकारी कुंभकर्णी नींद से जागकर मौका पर पहुंचे हैं, इसलिए लोगों को अब कार्यवाही होने की आस जगी है।

एसडीएम पांवटा विवेक महाजन ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर कार्य कर रही कंपनियों को तय समय सीमा के भीतर कमियों को दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। लोगों को डंपयार्ड के मलबे से हुए नुकसान की भरपाई कंपनी करेगी। डंपिंग साइट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कंपनी को करने पड़ेंगे। लोगों की समस्याओं का ध्यान कंपनी को रखना होगा। यदि गड़बड़ हुई, तो कार्यवाही की जाएगी।