उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर
एक तरफ जहां पूरा विश्व कोरोना महामारी के चलते कठिनाई के दौर से गुजर रहा है वहीं कुछ असामाजिक तत्व अपनी नशे की आदतों के चलते प्रदेश को खोखला बनाने में लगे हए है। ऐसा ही एक मामला जिला मंडी के सुंदरनगर में सामने आया है। मामला में सुंदरनगर शहर के बीचोंबीच स्थित सुकेत शापिंग कांप्लेक्स का है। जहां नगर परिषद सुंदरनगर द्वारा करोड़ों रुपए खर्च कर बनाए इस व्यवसायिक परिसर की सबसे ऊपरी मंजिल में खाली पड़े हॉल में चिट्टे और शराब का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस हॉल में जगह-जगह पर चिट्टे का इस्तेमाल करने के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली इंसुलिन सिरिंज, एल्युमिनियम फॉयल, करंसी नोट, सिगरेट व बीड़ी के टोटे और इंजेक्शन सिरिंज उपयोग करने के बाद बिखरी पड़ी हुई हैं।
मौके पर आलम यह है कि इस हॉल में दाखिल होने पर ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे यहां पर नशेड़ी जमकर नशे का सेवन करते हैं। हॉल में जगह-जगह शराब की बोतलें और तोड़ी गई बोतलों के कांच पड़े हुए हैं। बता दें कि बस स्टैंड के साथ नगर परिषद सुंदरनगर द्वारा करोड़ों रुपए की लागत से इस शापिंग कांप्लेक्स का निर्माण कर इसमें दुकानदारों को किराए पर दुकानें आबंटित की गई है। दिन में दुकानें खुली होने पर चहल-पहल रहती है। लेकिन रात के समय इसमें खाली पड़े हॉल में नशेड़ी अपना काला साम्राज्य चलाना शुरू कर देते हैं। वहीं इस शापिंग कांप्लेक्स के साथ लोगों के रिहायशी घर भी मौजूद हैं। लेकिन इन नशेड़ियों द्वारा बिना किसी आहट के नशे का सेवन किया जा रहा है। इस कारण आसपास के लोगों को भी कानोकान इसकी भनक तक नहीं लगी। मामले पर डीएसपी सुंदरनगर गुरबचन सिंह रणौत ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। मामले में गहन जांच अमल में लाकर नशेड़ियों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।