गुटबाजी खत्म करने के लिए युवा कांग्रेस में हो सकती है कार्यकारी अध्यक्ष की ताजपोशी

हाईकमान कर रहा गंभीरता से विचार

उज्जवल हिमाचल। शिमला

युवा कांग्रेस में प्रदेशाध्यक्ष की ताजपोशी का मामला अभी भी लटका हुआ है। वहीं स्थायी प्रदेशाध्यक्ष के साथ कार्यकारी अध्यक्ष की तैनाती भी हो सकती है। हाईकमान इस पर गंभीरता से विचार कर रहा है। हाईकमान वीरभद्र सिंह और सुखविंद्र सिंह गुट में संतुलन बनाने के लिए ऐसा कर सकता है। दोनों धड़ों में गुटबाजी खत्म करने के लिए बीच का रास्ता निकाला जा रहा है। देश के अन्य राज्यों की तर्ज पर नए प्रदेशाध्यक्ष के साथ कार्यकारी अध्यक्ष की भी तैनाती हो सकती है।

हाईकमान किसी भी गुट को तरजीह देकर दूसरे धड़े को नाराज नहीं करना चाहता। सुक्खू गुट के निगम भंडारी सबसे ज्यादा वोट लेकर आगे चले हुए हैं और दूसरे स्थान पर यदुपति ठाकुर को ज्यादा वोट मिले हैं और उनको वीरभद्र सिंह का करीबी माना जाता है। तीसरे नंबर पर अमित पठानिया रहे हैं। तीनों ही हाईकमान के पास इंटरव्यू दे चुके हैं परंतु हाईकमान अभी तक तय नहीं कर पाया है कि किसे प्रदेश युकां का कमान सौंपी जाए।

केंद्रीय नेताओं से मालूम हुआ है कि युकां का नया प्रदेशाध्यक्ष किसी एक गुट का बनाया जाता है तो दूसरे गुट के नेता को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। देश के अन्य राज्यों में भी वर्तमान में कार्यकारी अध्यक्ष की तैनाती भी की गई है। युकां के प्रदेश प्रभारी जगदेव गागा ने कहा कि शिकायतों का निपटारा होने के बाद नए प्रदेशाध्यक्ष के नाम की घोषणा कर दी जाएगी। हाईकमान के पास एक सुझाव दिया गया है। इस पर विचार किया जा रहा है।