शहीद अशोक काे राजकीय सम्मान के साथ दी विदाई, पत्नी बोली-7 जन्म का वादा तोड. गए पति

उज्जवल हिमाचल। धीरा

श्रीनगर में आंतकी हमले में शहीद हुए हिमाचल के कांगड़ा जिले की सुलह विधानसभा क्षेत्र की पंचायत काहनफट्ट के गांव देहरु के शहीद जवान अशोक कुमार का शनिवार को उनके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम विदाई के दौरान हजारों की संख्या में लोगों ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी। शुक्रवार को चंडी मन्दिर शहीद की पार्थिव देह को उनके गांव में आधी रात को लाया गया। गांव में पार्थिव देह पहुंचते ही चीखो पुकार से माहौल गमगीन हो गया।

पत्नी और बच्चों ने शहीद के अंतिम दर्शन किए। शहीद की पत्नी ने कहा कि उन्होंने कहा था कि वह सात जन्म तक साथ रहेंगे, लेकिन वही साथ छोड़ कर चले गए। सुलह से विधायक और हिमाचल विधानसभा के स्पीकर विपिन परमार ने भी शहीद को श्रद्धांजलि दी। वहीं, चंबी पंचायत के पूर्व प्रधान राजिंदर कुमार, जय गुग्गा घंघोटी मंदिर वाह के तमाम सदस्यों और आसपास की पंचायतों के लोगों ने शहीद की शहादत को सलाम किया। बता दें कि शहीद सीआरपीएफ कॉस्टेबल साल 2004 में भर्ती हुये थे। अशोक कुमार सीआरपीएफ में चालक के पद पर तैनात थे। उनकी पत्नी सुषमा देवी, बेटे आदित्य (11) और बेटी रिद्धिमा के साथ पिछले कुछ साल से पिंजौर में रह रहते थे।