आश्रय का ऐलान : कांग्रेस की सरकार बनी तो ग्रामीण क्षेत्रों को नगर निगम के दायरे से करेंगे बाहर

जयराम ठाकुर एक यू टर्न सीएम दिया करार, चंद घंटों में बदल देते हैं अपने ही निर्णय

उमेश भारद्वाज। मंडी
मंडी नगर निगम को लेकर नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनावी पारा चढऩा शुरू हो गया है। नगर निगम चुनाव संग्राम के दो मुख्य सियासती दल भाजपा और कांग्रेस के द्वारा लगातार मतदाताओं की नब्ज को टटोला जा रहा है। जहां एक ओर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के द्वारा अपने दो दिवसीय मंडी दौरे के दौरान चुनावों की फीडबैक के साथ भाजपा समर्थित उम्मीदवारों के लिए प्रचार भी किया गया। वहीं, अब कांग्रेस पार्टी भी भाजपा के साथ-साथ मुख्यमंत्री पर हमलावर हो गई है। इसके तहत कांग्रेस पार्टी के द्वारा मंडी में एक बड़ा ऐलान किया गया है। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी के महासचिव आश्रय शर्मा ने आगामी विधानसभा चुनाव-2022 में कांग्रेस की सरकार बनने पर ग्रामीण क्षेत्रों को नगर निगम के दायरे से बाहर करने की बात कही है। आशीष शर्मा ने प्रेसवार्ता में कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर यू-टर्न मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 3 वर्षों में प्रदेश सरकार की कैबिनेट के द्वारा ऐसे बहुत से निर्णय लिए गए, जिन्हें कुछ ही घंटों में बदल दिया गया।

मंडी की जनता को धोखे में रखकर वापस चले गए जयराम

प्रदेश कांग्रेस के महासचिव आश्रय शर्मा ने कहा कि जयराम ठाकुर अपने मंडी दौरे के दौरान एक बार फिर जनता को धोखे में रखकर वापस लौट गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने मंंडी नगर निगम के ग्रामीण क्षेत्रों को निगम से बाहर करने के बारे में सोचने की बात कही गई है। जो लोगों के साथ सरासर धोखा है।

मंडी शहर का विकास अनिल शर्मा और पं. सुखराम की देन

मंडी शहर के लिए विधायक अनिल शर्मा और पंडित सुखराम ने अभूतपूर्व विकास करवाया है। मंडी का सेरी मंच और इंदिरा मार्किट भी पंडित सुखराम की देन हैं। कांग्रेस पार्टी के कार्यकाल के दौरान पड्डल मैदान पर 3 करोड़ रुपए खर्च किए गए। उन्होंने कहा कि आईटीआई पुल भी अनिल शर्मा के कारण मंडी को मिला है। आश्रय शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस के कार्यकाल में एशियन डवलपमेंट बैंक की तरफ से मंडी शहर को 25 करोड़ रुपए आए थे। जिससे चोहट्टा बाजार का सौंदर्यीकरण, पार्क और लाइटें लगाई गई। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा की कितनी भी सरकारें रही, लेकिन मंडी में विकास कांग्रेस के समय में ही हुआ है।