शिवा प्रोजेक्ट के तहत कुटलैहड क्षे़त्र के किसान होंगे समृद्ध: वीरेंद्र कंवर

उज्जवल हिमाचल ब्यूरो। ऊना

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, मत्स्य, कृषि व पशु पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने आज कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत डीहर, धनेत, समूर, बरनोह व बरनोह में चल रह विकास कार्यों का निरीक्षण किया और स्थानीय लोगों की समस्याएं सुनी तथा संबंधित विभागों को उन्हें जल्द निपटाने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार भरसक प्रयास कर रही है। ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि सरकार द्वारा शिवा प्रोजैक्ट चलाया गया है जिसमें बड़े स्तर पर फलदार पौधे अनार, अमरूद व माल्टा लगाए जाएंगे, इससे किसानों की आमदनी में बढोतरी भी होगी। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत उन क्षेत्रों को विकसित करने को प्राथमिकता दी गई है, जहां अभी तक फल उत्पादन कम होता।

  • ग्राम पंचायत डीहर, धनेत, समूर, बरनोह व कुरियाला में चल रहे विकासात्मक कार्यों का किया निरीक्षण

इसके अतिरिक्त ऐसे स्थानों को भी परियोजना में शामिल किया गया है, जहां जंगली जानवरों से प्रभावित किसानों ने खेती-बाड़ी करना छोड़ दिया है, ताकि इन क्षेत्रों के लोगों को बागवानी से जोड़कर आर्थिक रूप से सक्षम बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि चपलाह व खैरियां में लगभग 8 करोड़ रूपये की लागत से चैक डैम बनने से आसपास के कई गांवों को लाभ मिलेगा और स्थानीय किसानों की हजारों कनाल भूमि सिंचित भी होगी। उन्होंने ग्राम पंचायत डीहर में बन रहे पंचायत घर का निरीक्षण कर कार्य को समयावधि रहते पूरा करने को कहा तथा लोगों की समस्याएं भी सुनी।


कृषि मंत्री ने कहा कि विश्व में जल का उपयोग घर और खेतीबाड़ी के क्षेत्र में काफी मात्रा में होने लगा है तथा ग्रामीण क्षेत्रों में भी बोरवेल स्थापित होने से भू-जल का स्तर कम होता जा रहा है। ऐसे में जल ही जीवन है के महत्व को समझकर पानी का सदुपयोग करना आवश्यक है। मंत्री ने कहा कि सिंचाई सुविधा के लिए वर्षा जल को संरक्षित करने का सबसे आसान और अच्छा तरीका चैक डैम निर्मित करना है तथा प्रदेश सरकार द्वारा इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। जिला ऊना में पारम्परिक तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए भी सर्वेक्षण तैयार किया जा रहा है ताकि इनका सुधार कर इन्हें मत्स्य पालन इत्यादि व्यवसायिक गतिविधियों में इस्तेमाल किया जा सके।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक पंचायत अपनी-अपनी पंचायत में एक वर्ष में पांच कार्य करें इन कार्यो के पंचायत भवन में प लगाए जाएंगे ताकि लोगों को पता चल सके कि उनकी पंचायत में इस अभियान के तहत कौन से विकास कार्य हो रहे हैं इन विकास कार्यो में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने किसानों से प्राकृतिक खेती को बढ़ाने देने पर बल देते हुए कहा कि प्राकृतिक खेती न केवल किसानों के लिए लाभदायक है, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी है। प्रदेश सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया जा रहा है इससे 2022 के अंत तक किसानों की आय दोगुणा करने में सहायक सिद्व होगी। उन्होंने लोगों से कोरोना संक्रमण के प्रति सजग रहने तथा सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशो की अनुपालना करने का आहवान किया।

उन्होंने आम जन से मास्क लगाने, समय-समय पर हाथ धोने अथवा सैनिटाइज करने तथा सामाजिक दूरी अपनाने की अपील भी की ताकि कोरोना संक्रमण से बचाव हो सके। उन्होंने कहा कि कोविड वैक्सीन कोरोना से बचाव के लिए एक महत्पूर्ण हथियार है सरकार सभी वर्गों को निःशुल्क कोविड वैक्सीन लगवा रही है। कोरोना से बचने के लिए सभी अपना टीकाकरण करवायें और इस वैश्विक महामारी से स्वयं और अपने परिवार को बचायें। इस अवसर पर जिला परिषद उपाध्यक्ष कृष्णपाल शर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष मनोहर लाल, मंडलाध्यक्ष मास्टर तरसेम सहित पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।