महापंचायत : इकट्ठा हाेने लगे किसान, स्थल पर पहुंचे नरेश टिकैत व चौधरी

उज्जवल हिमाचल। मुजफ्फरनगर

जीआईसी मैदान में आयोजित किसान महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत सहित अनेक खापों के चौधरी पंचायत स्थल पर पहुंच गए। वहीं बताया गया कि मेरठ के सिवाया टोल प्लाजा पर राकेश टिकैत भी पहुंच गए जहां किसान कार्यकर्ताओं द्वारा पुष्पवर्षा कर उनका जोरदार स्वागत किया गया। खास बात यह भी है कि ऐसा पहली बार होगा कि जब टिकैत परिवार एक साथ महापंचायत के मंच पर नजर आएगा। मुजफ्फरनगर में होने वाली महापंचायत को लेकर किसानों का आना शुरू हो गया है। जिला के बॉर्डर को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

सुबह से ही किसान महापंचायत के लिए पहुंचने शुरू हो गए हैं। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत समेत अनेक खापों के चौधरी पंचायत स्थल पर पहुंच चुके हैं। अंदाजा लगाया जा रहा है कि शाम तक भारी संख्या में किसान महापंचायत में शामिल होंगे। उधर, प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के चाक चौबंद इंतजाम किए हैं। लोगों की आवाजाही को देखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस फोर्स लगा दी गई है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए
गए हैं।

उधर, रालोद के किसान महापंचायत को समर्थन देने के बाद बागपत में समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी किसान महापंचायत को समर्थन देने का निर्णय लिया है। सपा कार्यकर्ता भी पंचायत स्थल के लिए रवाना हो गए हैं। किसान महापंचायत को लेकर सहारनपुर जिला में भी पुलिस प्रशासन सतर्क है। हरियाणा बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। किसानों की वापसी के दौरान भी रहेगी, पुलिस अधिकारियों की पैनी नजर रहेगी। उधर, जिला प्रशासन ने महापंचायत के चलते शहर के सभी शराब के ठेके बंद करा दिए हैं।

महापंचायत पर पुष्पवर्षा करने के लिए रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी को प्रशासन की तरफ से अनुमति नहीं दी गई, जिसके बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा कि बहुत माला पहनी है मैंने, मुझे जनता ने बहुत प्यार और सम्मान दिया है। उन्होंने कहा कि मैं अन्नदाताओं पर पुष्पवर्षा कर किसानों को नमन और उनका सम्मान करना चाहता था, लेकिन प्रशासन ने इसके लिए अनुमति नहीं दी। इसके अलावा उन्होंने लिखा कि किसान के सम्मान से सरकार को खतरा है। किसान महांपचायत में बागपत से करीब 15 हजार किसान पहुंचे हैं। किसान बस, ट्रैक्टर-ट्रॉली, कार व बाइकों पर सवार होकर आए हैं। रालोद नेता भी अपने समर्थकों के साथ महापंचायत में पहुंचे। उनका कहना है कि भाजपा सरकार आगामी चुनाव में किसानों का उत्पीड़न करने का खामियाजा भुगतेगी।

मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत में पहुंचने वाले किसानों को जानसठ रोड पर भंडारा लगाकर नाश्ता दिया जा रहा है। चौधरी चरण सिंह मार्केट के सामने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शामली प्रसन्न चौधरी ने किसान ढाबे का उद्घाटन किया। उनके साथ रालोद जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर, रालोद नेता कृष्णपाल राठी व अन्य मौजूद रहे। किसान महापंचायत के लिए सुबह से ही किसान निकलना शुरू हो गए। वहीं, पंचायत स्थल पर किसानों की अभी से भारी भीड़ नजर आ रही है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि शाम तक भारी संख्या में किसान महापंचायत में शामिल होंगे। उधर, प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के चाक चौबंद इंतजाम किए हैं।

महापंचायत को लेकर आबकारी विभाग भी अलर्ट हो गया है। शासन से निर्देश मिलने के बाद जिला आबकारी अधिकारी आलोक कुमार की ओर से भी सभी लाइसेंसियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि सभी लाइसेंसी दुकानदारों को हिदायत दी गई है कि वह परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए दुकान खोलें। कहीं किसी तरह की विपरीत स्थिति बनती है तो तत्काल दुकान बंद कर दें और वीडियोग्राफी कराएं। उन्होंने बताया कि विभागीय टीमों को भी सक्रिय कर दिया गया है। वह भी संभावित स्थानों पर वर्दी में मौजूद रहकर अपनी ड्यूटी निभाएंगे। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रेस प्रभारी शमशेर राणा ने बताया कि किसानों के स्वागत के लिए यूपी गेट से मुजफ्फरनगर तक रास्ते में पड़ने वाले सभी गांवों में वॉलंटियर्स तैनात किए गए हैं।

उनके स्वागत में कोई कमी न रह जाए। इसके लिए मुजफ्फरनगर में खाने तथा जलपान के करीब 600 भंडारे लंगर की व्यवस्था की गई है। साथ ही चिकित्सा सुविधा हेतु 20-25 मेडिकल कैंप लगाए गए हैं। साथ ही यह भी ध्यान रखा गया है कि इस गैर राजनीतिक राष्ट्रीय महापंचायत में कोई भी राजनीतिक दल का नेता संबोधित न करें। महापंचायत के लिए जिला प्रशासन ने भाकियू नेताओं के साथ विचार-विमर्श कर शहर का यातायात प्लान तैयार किया है। इसके लिए शहर में आईटीआई कॉलेज का मैदान, नुमाइश मैदान, इस्लामिया इंटर कॉलेज का मैदान, डीएवी इंटर कॉलेज का मैदान, रेलवे यार्ड और कूकड़ा नवीन मंडी स्थल पर वाहनों को खड़ा करने के लिए निर्धारित किए गए हैं।

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने एलान किया है कि महापंचायत में एक बड़ा फैसला लिया जाएगा। टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार को भारतीय जनता पार्टी की सरकार न कह कर इसे मोदी सरकार कहा जाए तो बेहतर होगा। इस सरकार ने जो तीन कृषि कानून पास किए हैं। वह किसानों के हक में नहीं है। यह कानून पूरी तरह से देश को विदेशी हाथों में सौंपने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान 9 महीने से दिल्ली के चारों तरफ बैठे हैं, लेकिन सरकार किसानों की सुनवाई नहीं कर रही है।

महापंचायत के लिए शनिवार रात से ही बड़ी संख्या में किसानों की आवाजाही मुरादाबाद, संभल, बुलंदशहर, हापुड़, मेरठ सहित कई जनपदों से जारी है। देर रात तक जिला के बॉर्डर पर पुलिस फोर्स मुस्तैद की गई है, जिससे किसानों को कोई परेशानी न हो। बताया गया कि किसानों की सुरक्षा के मद्देनजर एसएसपी ने शनिवार रात में खुद ही बॉर्डर पर जाकर जांच की और ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों से बात भी की थी। एसएसपी प्रभाकर चौधरी का कहना है कि पुलिस का ज्यादा फोकस मुजफ्फरनगर जाने वाले मार्ग पर है।

इसको देखते हुए ही पुलिस की ड्यूटी लगाई है। जिला के बॉर्डर पर सुरक्षा के मद्देनजर सरधना, मवाना, किठौर व सीओ सदर देहात पुलिस फोर्स के साथ लगाए हैं। वहीं, एसपी सिटी, सीओ ब्रह्मपुरी व सीओ दौराला को परतापुर व दौराला टोल प्लाजा पर तैनात किया गया है। 14 इंस्पेक्टर, 35 दरोगा, 31 महिला कांस्टेबल, 30 पुलिस कर्मी ट्रैफिक पुलिस, 30 होमगार्ड, 133 कांस्टेबल व एक कंपनी पीएसी को तैनात किया जाएगा।