जिला में कोविड-19 के दौरान 153 पर हुई एफआईआर : ध्वाला

सुरिंद्र जम्वाल। बिलासपुर

राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष रमेश ध्वाला ने कहा है कि जिला प्रशासन ने कोविड-19 से निपटने के लिए बेहतर कदम उठाए, जिसके चलते ही बिलासपुर जिला में कोरोना के केस बहुत कम आए हैं तथा जो भी लोग पॉजिटिव आए हैं, वे सभी बाहरी राज्यों से आए हैं। परिधि गृह बिलासपुर में आयोजित प्रैसवार्ता में रमेश ध्वाला ने कहा कि जिला में अभी तक 44 लोग की पॉजिटिव आए हैं तथा इनमें से 29 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। ध्वाला बताया कि जिला में अभी तक 9 हजार 4 व्यक्ति दूसरे प्रदेशों से आए हैं तथा इन सभी को संस्थागत संगरोध और गृह संगरोध किया गया।

उन्होंने बताया कि जिला में कोविड-19 के दौरान 153 एफआईआर दर्ज की गई हैं। जिला में एक्टिव केस फाइडिंग अभियान के तहत 99.80 प्रतिशत जनसंख्या को कवर किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को पूरा करने के लिए जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार पूरी तरह से तत्पर है। केंद्र तथा राज्य सरकार के फ्लैगशिप कार्यक्रम को लागू करने के लिए मनरेगा में बेहतरीन कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मनरेगा से जहां गांव का विकास हो रहा है। वहीं, स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि सड़क पर पड़े गड्डों को भरने का कार्य मनरेगा से करवाएं। इसके लिए उन्हें दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं कि वे इसकी औपचारिकताएं जल्द पूरी करें। उन्होंने बताया कि वन विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि वे एफआरए के तहत पैंडिंग पड़े। सड़कों के केसों को जल्द क्लीयरैंस के लिए भेजें, ताकि जिला में इस वजह से रूकी सड़कों का काम शुरू हो सके। उन्होंने बताया कि जिला में एम्स, हाईड्रो इंजीनियङ्क्षरग कालेज, रेलवे, फोरलेन, रेलवे लाईन व बागछाल पुल का निर्माण कार्य सुचारू रूप से चल रहा है।

उन्होंने कहा कि मनरेगा में पैसे की कमी नहीं है और 14वें वित्तायोग के पैसे को भी संबंधित पंचायत की सिफारिश पर संबंधित पैसे को दूसरे काम पर खर्च किया जा सकता है। एक सवाल के उत्तर में रमेश ध्वाला ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में चल रह विवाद फिलहाल समाप्त हो गया है। मुख्यमंत्री ने स्वयं इसकी जिम्मेवारी ली है। उन्होंने इतना जरूर कहा कि यदि आगे कोई दोबारा अड़ंगा डालेगा तो वे चुप्प नहीं रहेंगे तथा अपनी आवाज को बुलंद करेंगे।

उन्होंने कहा कि वे सिद्धांतों की राजनीति करते हैं तथा अपने सिद्धांतों से आज तक कोई समझौता नहीं किया है। बाबा राम देव द्वारा बनाई गई कोरोना वायरस को समाप्त करने वाली दवा पर कहा कि यह उनका व्यवसाय है और उन्होंने इसे कहां टैस्ट करवाया। इसका जवाब वे ही दे सकते हैं। इस अवसर पर सदर विधायक सुभाष ठाकुर व घुमारवीं के विधायक राजेंद्र गर्ग भी मौजूद रहे।