पेयजल लाइन काे ठीक करने के लिए लाेगाें ने विभाग से लगाई गुहार

चमेल सिंह देसाईक। शिलाई

विकास खंड शिलाई की ग्राम पंचायत झकांडाे के गांव बुद्धयाण-कांडों के लोग पिछले तीन वर्षों से रीउंड खड्ड व जामली से तीन किलोमीटर दूर से पानी का ढुलान गाड़ियों सहित अपनी पीठ से कर रहे हैं। लोगो ंने कई बार विभाग से गुहार लगाई पंचायत से भी कई प्रस्ताव पारित कर प्रवाह पेयजल लाइन को ठीक करने की गुहार लगाई गई, लेकिन आईपीएच कुंभकर्णी नींद से नही जागा है।

ग्रामीण कंवर ठाकुर, जालम सिंह, अत्तर सिंह, राजेंद्र सिंह, अमित, सतपाल, रमेश शर्मा पंचायत वार्ड सदस्य बस्तीराम, कांता देवी, विद्या देवी व शीला देवी ने बताया कि रिछाड़ खाला से कुफोटी, चिमाह, बागनल, बुद्धयाण- कांडो के लिए 80 के दशक में जलशक्ति उपमंडल रोनहाट द्वारा प्रवाह पेयजल लाइन बिछाई गई थी, जो विभाग की परवाही से सड़ गई है, जंग खाई पाइपों को बदलने में विभाग असमर्थ रहा है। भृगाल खड्ड से नैनीधार उठाऊ पेयजल योजना से विभाग ने तीन गांव कुफोटी, चिमाह, बागनल को जोड़ दिया।

साथ ही प्रवाह पेयजल लाइन का निर्माण भी किया है, लेकिन बुद्धयाण-कांडों को इससे वंचित कर दिया, जिसके कारण वर्ष 2005 से गांव के लोगों को पैदल सफर तय करके पानी लाना पड़ रहा है। ग्रामीणों में विभाग की लापरवाही के चलते भारी रोष व्याप्त है। इस संबंध में जलशक्ति उपमंडल रोनहाट के कनिष्ठ अभियंता विक्रम चौहान ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि बुद्धयाण-कांडो तथा पंचायत के पेयजल से वंचित अन्य गांव के लिए विभाग ने जल जीवन मिशन के तहत 70 लाख की नई योजना तैयार की है। तकनीकी स्वीकृति के पश्चात इसका कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा।