बहुत जल्द फोरलेन पर सफर करेगा हिमाचल, दो प्रोजेक्ट 90 फीसदी पूरे

उज्जवल हिमाचल। शिमला

हिमाचल में लोग अब फोरलेन पर सुहाने सफर का लुत्फ लेने को तैयार रहें। नेशनल हाई-वे के दो बड़े प्रोजेक्ट इस साल के मध्य तक पूरे हो जाएंगे। इनके उद्घाटन की तैयारियां भी मार्च के बाद शुरू होने वाली हैं। दोनों हाई-वे को फोरलेन में बदलने का कार्य अंतिम चरण में है। इनमें पहला प्रोजेक्ट कीरतपुर-मनाली नेशनल हाई-वे पर पूरा होना है। इसके उद्घाटन की तारीख भी तय हो गई है। नेशनल हाई-वे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने अगस्त माह में इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का दावा किया है। यहां मनाली-कुल्लू-हनोगी के बीच एनएच का 81 किलोमीटर हिस्सा फोरलेन में बदला जा रहा है और इसका कार्य अगस्त में पूरा होने की संभावना है। इसी दौरान इसका उद्घाटन भी किया जाएगा।

इस हिस्से को फोरलेन में बदलने के लिए 4500 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है। इस मार्ग में तीन सुरंग और चार बड़े पुल का निर्माण किया जा रहा है, जबकि दूसरा प्रोजेक्ट कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पर पूरा होने जा रहा है।

यहां परवाणू से शिमला तक 40 किलोमीटर हिस्से का निर्माण भी अंतिम चरण में है। एनएच के इस हिस्से का उद्घाटन भी इस साल के मध्य तक होने की संभावना है। नेशनल हाई-वे के निर्माण में करीब एक किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण किया गया है। यह सुरंग बड़ोग में बनाई गई है। जबकि कुमारहट्टी और जाबली में दो फ्लाईओवर भी बनाए गए हैं। इनमें एक फ्लाईओवर कुमारहट्टी चौक के ऊपर से तैयार हो रहा है, जबकि दूसरा जाबली में रेलवे फाटक के ऊपर से बनाया गया है। हालांकि इस मार्ग के निर्माण की तय तारीख काफी पहले गुजर चुकी है, लेकिन रेलवे की जमीन पर कब्जा न मिलने की वजह से निर्माता कंपनी को एनएचएआई की तरफ से लगातार एक्सटेंशन मिलती रही। अब परवाणू में टीटीआर के समीप रेलवे के जमीन पर एनएचएआई को कब्जा मिल गया है और यहां बनाए गए क्वार्टर भी तोड़े जा चुके हैं। 90 फीसदी निर्माण इस मार्ग का पूरा हो चुका है और दस फीसदी आगामी छह माह में पूरा होने की संभावना है। इसके बाद अगस्त या सितंबर माह तक यह मार्ग भी उद्घाटन के लिए तैयार हो जाएगा।

एनएच निर्माण ने पकड़ी रफ्तार

हिमाचल में नेशनल हाई-वे बनाने की रफ्तार में तेजी आई है। अप्रैल के बाद इसमें चार गुणा की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। पूर्व में छह माह में छह किलोमीटर निर्माण हो पा रहा था, जो अब बढ़कर 24 किलोमीटर तक पहुंच गया है। एनएचएआई ने निर्माणकर्ता एजेंसियों को चेतावनी दी है कि वे किसी भी हाल में निर्माण की गति में गिरावट न आने दें। यदि ऐसा होता है, तो उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने कहा कि निर्माण की प्रगति कम होती है, तो निर्माणकर्ता एजेंसी से जवाब-तलब किया जाएगा।