कल से खुल जाएगा पौणाहारी का दरबार

एसके शर्मा। हमीरपुर
कोरोना कॉल की बजह से प्रदेश में कई महीनों से बंद पड़े धर्मिक स्थलों को खोलने के लिए सरकार ने ऐलान कर दिया है। इसके चलते जिला हमीरपुर में 10 सितंबर से मंदिरों के कपाट खुल जाएंगे। कैबिनेट से फैसला होने के बाद भाषा एवं संस्कृति विभाग ने गाइडलाइन जारी कर दी है। इसके चलते वीरवार से श्रद्धालु उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में भी दर्शन कर सकेंगे। इसके साथ ही श्रद्धालुओं को कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए ही मंदिर में जाने की इजाजत होगी। मंदिर परिसर में सिर्फ श्रद्धालुओं को दूर से ही या फिर सामने जो महिलाओं के लिए दर्शनों के लिए चबूतरा बनाया गया है, वहां से ही बाबा जी के दर्शन कर वापस जाना होगा। दियोटसिद्ध मंदिर में किसी भी श्रद्धालु के ठहराने पर पूरी तरह से पाबंदी होगी। क्योंकि मंदिर न्यास में प्रशासन की ओर से संस्थागत क्वारंटीन सेंटर बनाया गया है, जिसमें अभी भी लोग क्वारंटीन हैं। दियोटसिद्ध में 65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों, गर्भवती महिलाएं, 10 साल से कम उम्र के बच्चों का मंदिर में प्रवेश वर्जित रखा गया है। वहीं, मंदिर न्यास प्रशासन ने पुजारियों को भी हिदायतें दी गई हैं कि मास्क, गलबस व फेस शील्ड के बिना कोई भी पुजारी मंदिर में नहीं आएगा। मंदिर में प्रसाद वितरण, टीका लगाने, बाबा की प्रतिमा को छूने, मंदिर में किसी तरह का मुंडन, विवाह, भजन संगीत व हवन यज्ञ इत्यादि की किसी भी श्रद्धालु को अनुमति नहीं होगी। नियमित दूरी और मास्क इत्यादि का पालन करना होगा। श्रद्धालुओं के लिए भी मास्क पहनना अनिवार्य होगा व सोशल डिस्टेंस रखना अनिवार्य होगा। मंदिर में किसी भी प्रकार का हवन व ज्यादा लोग इक्ट्ठा होने की अनुमति नहीं होगी। मंदिर के आसपास किसी भी सराय, होटल इत्यादि में भी ठहरने की अनुमति नहीं है। लोग दर्शन कर वापस अपने घरों को जाएंगे। मंदिर प्रशासन ने परिसर को सेनेटाइज कर दिया गया है। मंदिर खुलने से परिसर के आसपास दुकानदारी करने वाले लोगों को भी आमदनी का जरिया शुरू होने की आस जगी है, क्योंकि उनकी आय 6 महीनों से बंद है।

एसडीएम बड़सर एवं मंदिर न्यास अध्यक्ष प्रदीप कुमार ने बताया कि प्रदेश सरकार के आदेशों के अनुसार 10 सितबंर से बाबा बालक नाथ मंदिर खुलने जा रहा है। इसको लेकर सभी व्यवस्थाओं को पूर्ण किया जा रहा है। कोविड-19 के चलते जो यहां पर क्वारंटीन सेंटर बनाया हुआ है, वह यथावत ही रहेगा। जहां पर यह क्वारंटीन सेंटर बनाया गया है, उस तरफ श्रद्धालुओं की आवाजाही पूर्ण रूप से बंद होगी।