जेई को सस्पेंड करने मामले जताया रोष

मनीष ठाकुर। कुल्लू

बीते दिनों ढालपुर के शीशा माटी चौक पर बिजली के करंट से झुलसे युवक की मौत के मामले में पुलिस ने जहां बोर्ड के एक अधिकारी व 3 लाइनमैन को गिरफ्तार किया है। वहीं, विभाग के द्वारा भी उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है, लेकिन विभाग के द्वारा जल्दबाजी में उन्हें सस्पेंड करने के निर्णय पर
जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन ने अपना रोष प्रकट किया है। जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर क्षेत्र बिजली बोर्ड के कार्यालय में जिला कुल्लू जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन के द्वारा एक बैठक का आयोजन किया गया।

बैठक में उपस्थित सभी जूनियर इंजीनियरों ने विभाग के द्वारा सस्पेंड करने के निर्णय को लेकर अपनी आपत्ति जताई। बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों का कहना था कि जो घटना घटी है, वह काफी दुखदाई है और एसोसिएशन भी प्रभावित परिवार के साथ है। वहीं, पुलिस इस मामले में कार्रवाई अमल में लाई है, लेकिन बोर्ड के द्वारा भी एक विभागीय अधिकारियों की जांच कमेटी बनाई गई थी। उसकी रिपोर्ट के बिना ही इस मामले में दोषी कहे जा रहे जूनियर इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया जो गलत है़।

उनका कहना है कि जब बोर्ड के द्वारा एक कमेटी गठित की गई है और उस कमेटी ने अभी तक अपनी रिपोर्ट भी प्रस्तुत नहीं की है, तो किस आधार पर जूनियर इंजीनियर को सस्पेंड किया गया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष अर्जुन नेगी का कहना है कि अगर इस मामले में कोई भी कर्मचारी या अधिकारी दोषी पाया जाता है, तो उस पर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन जब तक विभाग की जांच पूरी नहीं होती है, तब तक बोर्ड के किसी भी अधिकारी को सस्पेंड करना न्याय संगत नहीं है।

अध्यक्ष अर्जुन ने कहा कि इस बारे में सभी अधिकारियों ने जूनियर इंजीनियरों ने बैठक की है और बोर्ड को भी इस बारे में पत्र भेजा गया है। जब तक बोर्ड की जांच पूरी नहीं होती है, तब तक जूनियर इंजीनियर को सस्पेंड नहीं किया जाना चाहिए। गौर रहे कि पुलिस ने इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में एक जूनियर इंजीनियर व 3 लाइनमैन को गिरफ्तार किया है। वहीं, जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन भी विभागीय जांच ना होने के चलते सस्पेंड किए जाने के मामले को लेकर अपना रोष प्रकट कर रही है।