गद्दी अब अपने ‘धण’ के साथ निकले मैदानों की ओर

जतिन लटावा। जोगिंद्रनगर

प्रदेश के मंडी व कांगड़ा जिलों में रहने वाले गद्दी समुदाय के लोगों का भेड़ व बकरी पालन प्रमुख व्यवसाय रहा है। भेड़ व बकरी पालन से जुड़े गद्दी समुदाय के लोग मौसम बदलते ही वे अपना स्थान भी बदल लेते हैं, ताकि उनके ‘धण’ यानि कि भेड बकरियों को अनुकूल वातावरण मिल सके। प्रदेश में सर्दियों की दस्तक के साथ ही गद्दी समुदाय के लोग अब अपने-अपने धणों के साथ प्रदेश के निचले व मैदानी क्षेत्रों की ओर रुख करने लग गए हैं। बीड़ घाटी के गुनेहड़ गांव से संबंध रखने वाले जितेंद्र के ‘धण ने भी अब प्रदेश के दुर्गम क्षेत्र बड़ा भंगाल से निकलकर मैदानी क्षेत्र नालागढ़ की ओर रुख कर लिया है। गद्दी समुदाय से जुड़े भेड़-बकरी पालकों का यह प्रवास वर्ष भर इसी तरह जारी रहता है। सर्दी के मौसम में वे प्रदेश के निचले, जबकि गर्मियों में प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों की ओर अपने धणों के साथ रूख कर लेते हैं।